प्रेमानंद महाराज के लिए मुस्लिमों ने मंदिर में की पूजा, माता रानी से मांगी दुआ — उमरिया में दिखी गंगा-जमुनी एकता की मिसाल

Premanand Maharaj’s health prayers: हिंदू-मुस्लिम एकता की अनोखी मिसाल
Premanand Maharaj’s health prayers : विश्व विख्यात संत प्रेमानंद महाराज के अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए पूरे देश में दुआएं और प्रार्थनाएं की जा रही हैं। लेकिन इस बार मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में कुछ ऐसा नज़ारा देखने को मिला जिसने हर किसी का दिल छू लिया
— यहां न केवल हिंदू, बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी मंदिर में जाकर प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य के लिए पूजा अर्चना की।
करबला से लेकर मंदिर तक — एक साथ हुई दुआ और पूजा
उमरिया जिले में हिंदू-मुस्लिम एकता मंच के सदस्यों ने पहले करबला उमरिया पहुंचकर प्रेमानंद महाराज के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए दुआ मांगी,
उसके बाद सभी सदस्य ज्वालामुखी माता मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने माता रानी के समक्ष आरती और अगरबत्ती अर्पित कर पूजा की।
इस कार्यक्रम ने साम्प्रदायिक सौहार्द की ऐसी मिसाल पेश की जो शायद ही कभी देखने को मिलती है।
“खुदा और भगवान दोनों सुनते हैं” — मो. असलम शेर
मंच के संस्थापक मो. असलम शेर ने कहा —
“जब सुना कि प्रेमानंद महाराज अस्वस्थ हैं, तो हमारे दिल से आवाज़ आई कि चलो दुआ करें, चलो प्रार्थना करें। जब नीयत नेक हो, तो खुदा और भगवान दोनों सुनते हैं। आज हमने करबला में सिर झुकाकर दुआ मांगी और मंदिर में हाथ जोड़कर प्रार्थना की — यही सच्चा भारत है।”
“यह आयोजन मानवता की प्रतीक तस्वीर है” — राजेंद्र कोल
मंच के संयोजक राजेंद्र कोल ने कहा —
“आज का आयोजन केवल दुआ या पूजा नहीं, बल्कि एकता और मानवता की प्रतीक तस्वीर है। प्रेमानंद महाराज जैसे संत हमेशा प्रेम और सत्य का संदेश देते हैं, और यह कार्यक्रम उन्हीं मूल्यों के प्रति हमारी निष्ठा का प्रतीक है।”
उमरिया में दिखा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का असली रूप
उमरिया का यह अद्भुत नज़ारा इस बात का प्रमाण है कि जब दिल मिलते हैं, तो धर्म की सीमाएं मिट जाती हैं।
प्रेमानंद महाराज के लिए की गई यह संयुक्त पूजा और दुआ भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब और सांप्रदायिक सौहार्द की सजीव झलक पेश करती है।