धर्मांतरण गिरोह का टारगेट 2050 (Conversion gang’s target 2050) : यूपी से फलस्तीन तक फैला जाल
उत्तर प्रदेश में पुलिस ने एक बड़े धर्मांतरण गिरोह (Conversion gang’s target 2050) का भंडाफोड़ किया है, जो वर्ष 2050 तक पूरे भारत में इस्लाम धर्म फैलाने की साजिश में जुटा था। इस गिरोह की गतिविधियां केवल भारत में ही नहीं बल्कि कश्मीर और फलस्तीन तक फैली थीं। गिरोह के सदस्यों की डार्क वेब, क्रिप्टो करेंसी और ऑनलाइन गेम्स के माध्यम से संचार करने की जानकारी ने सुरक्षा एजेंसियों को भी चौंका दिया है।
📢 पुलिस का खुलासा: मिशन 2050 और दावाह का इस्तेमाल
शनिवार को पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि गिरोह का उद्देश्य भारत में इस्लाम का विस्तार करना था। इसके लिए ‘दावाह’ प्रथा के जरिए युवाओं को बौद्धिक रूप से प्रभावित किया जाता था।
“2050 तक पूरे भारत में इस्लाम फैलाना है” – पूछताछ में पीड़ित युवतियों का बयान
💻 डार्क वेब और गेमिंग के जरिए ब्रेनवॉश
गिरोह के सदस्य गोपनीयता बनाए रखने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करते थे। इसके अलावा, ऑनलाइन गेम्स के जरिये युवाओं को जोड़कर धीरे-धीरे ब्रेनवॉश किया जाता था। यह तरीका खासकर मानसिक रूप से परेशान और अकेलेपन से जूझ रहे युवाओं पर कारगर साबित होता था।
🌍 फलस्तीन से कनेक्शन और फंडिंग
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी रहमान कुरैशी ने क्रिप्टो करेंसी और डॉलर के जरिये फंडिंग फलस्तीन को भेजी। यह क्राउड फंडिंग के जरिए होती थी और इसका इस्तेमाल इस्लामी प्रचार गतिविधियों में किया जा रहा था।
👮♂️ गिरोह के मुख्य सदस्य और गिरफ्तारियां
अब तक कुल 14 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। गिरोह का संचालन अब्दुल रहमान (दिल्ली निवासी, पूर्व में फिरोजाबाद) और आयशा उर्फ एसबी कृष्णा (गोवा निवासी) द्वारा किया जा रहा था।
👉 गिरफ्तार आरोपियों की सूची:
- आयशा उर्फ एसबी कृष्णा (गोवा)
- शेखर रॉय उर्फ अली हसन (कोलकाता)
- ओसामा (कोलकाता)
- रहमान कुरैशी (आगरा)
- अब्बू तालीब (मुजफ्फरनगर)
- अबुर रहमान (देहरादून)
- रित बानिक उर्फ इब्राहिम (कोलकाता)
- जुनैद कुरैशी (जयपुर)
- मुस्तफा उर्फ मनोज (दिल्ली)
- मोहम्मद अली (जयपुर)
- अब्दुल रहमान (मुस्तफाबाद, दिल्ली)
- जुनैद कुरैशी (मुस्तफाबाद, दिल्ली)
- अब्दुल्ला (मुस्तफाबाद, दिल्ली)
- अब्दुल रहीम (मुस्तफाबाद, दिल्ली)
🧠 शिकार कैसे बनते थे युवा?
गिरोह पहले युवाओं को दावाह के नाम पर आमंत्रित करता था, फिर धीरे-धीरे उनके धर्म, परिवार और जीवन से जुड़ी नकारात्मक बातें भरकर मानसिक रूप से कमजोर करता। इसके बाद उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मानसिक रूप से तैयार किया जाता था।
पुलिस के मुताबिक, गिरोह थानों, अस्पतालों, कोर्ट और बाग-बगीचों जैसी जगहों पर सक्रिय रहता था जहां आमतौर पर परेशान लोग मिलते हैं।
🧕 कितनी लड़कियों को गिरोह ने बहकाया?
पुलिस ने बताया कि गिरोह ने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा की कई लड़कियों को बहकाकर धर्मांतरण कराया। इनमें देहरादून, अलीगढ़, बरेली, रायबरेली, झज्जर, और रोहतक की लड़कियां शामिल थीं। पुलिस ने इन लड़कियों को मुक्त कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।
🔍 जांच में और क्या हुआ खुलासा?
- डार्क वेब पर एक्टिव थे तीन सदस्य
- पाकिस्तान से चलने वाले ग्रुप से था संपर्क
- कश्मीर की लड़कियां, अन्य राज्यों की लड़कियों को ग्रुप में जोड़ने का काम करती थीं
📌 निष्कर्ष:
धर्मांतरण गिरोह के ‘Target 2050’ मिशन ने देशभर की सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। यह केवल धार्मिक परिवर्तन का मामला नहीं, बल्कि संगठित साजिश और विदेशी फंडिंग से जुड़ा गंभीर मामला बन चुका है। पुलिस की कार्रवाई अभी जारी है, और आने वाले समय में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।



