International Yoga Day 2025: साल में केवल 2 बार खुलता है ये योगिक रहस्य, क्या आप तैयार हैं 21 जून के लिए?

International Yoga Day 2025:
21 जून को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन एक गुप्त योगिक ऊर्जा सक्रिय होती है, जो साल में केवल दो बार—21 जून और 21 दिसंबर को चरम पर होती है? इस दिन की गई सिद्ध-संयोग साधना आपके तन, मन और आत्मा को ईश्वरीय ऊर्जा से जोड़ सकती है।
योग केवल शारीरिक कसरत नहीं, बल्कि एक जीवंत चेतना है। 21 जून को पृथ्वी की धुरी सूर्य की ओर झुकती है, जिससे ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रवाह सबसे अधिक होता है। इस दिन की गई साधना, विशेष रूप से ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 3:45 से 6:00 बजे) में की गई साधना, अत्यंत प्रभावकारी मानी जाती है।

📿 करें ये विशेष योग साधना:
- आसन: सिद्धासन या पद्मासन में बैठें, रीढ़ को सीधा रखें।
- प्राणायाम: आंखें बंद करें और 12 बार गहरा श्वसन करें –
4 सेकंड श्वास लें, 4 सेकंड रोकें, 6 सेकंड छोड़ें। - मंत्र जाप: मन में ‘सोऽहम्… सोऽहम्…’ का जाप करें।
- त्राटक साधना: दीपक की लौ पर बिना पलक झपकाए 21 मिनट ध्यान केंद्रित करें।
लौ के मध्य शिव स्वरूप का ध्यान करें। - बीज मंत्र: अंत में 7 बार उच्चारित करें –
“ॐ योगाय सिद्धाय योगेश्वराय नमः॥”
इसे सिद्ध-संयोग साधना कहा जाता है, जो आत्मिक जागृति, कुंडलिनी स्पर्श और दिव्य दृष्टि की ओर ले जाती है।
🤫 मौन व्रत योग:
इस दिन कम से कम 3 घंटे मौन रहना चाहिए। मौन व्रत वाणी की शक्ति को भीतर की शक्ति में बदलता है और प्रत्याहार की ओर ले जाता है – योग की उच्चतम अवस्था।
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अगर आप भी इस आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत करना चाहते हैं, तो 21 जून को ये दुर्लभ योग साधना जरूर करें। यह साधना न केवल आपके जीवन को बदल सकती है, बल्कि आपको ईश्वर के सान्निध्य तक भी पहुंचा सकती है।