
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता केजरीवाल की शादी (Arvind Kejriwal’s daughter Harshita Kejriwal’s wedding) बीते 18 अप्रैल को दिल्ली में बड़ी धूमधाम से संपन्न हुई। जहां एक ओर यह शादी आम लोगों के लिए खुशी का मौका रही, वहीं दूसरी ओर इस आयोजन का वेन्यू और खर्चा सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक चर्चा का विषय बना हुआ है। खुद को आम आदमी कहने वाले केजरीवाल की बेटी की सगाई (Kejriwal’s daughter’s engagement) एक ऐसे होटल में हुई, जिसे देश के सबसे महंगे वेन्यू में गिना जाता है।
शाही अंदाज में हुई सगाई : हर्षिता केजरीवाल की सगाई गुरुवार रात दिल्ली के नामी 5 स्टार होटल शांगरी-ला इरोस (Shangri-La Eros) में संपन्न हुई। यह होटल दिल्ली के लुटियन्स ज़ोन में स्थित है और इसकी गिनती देश के सबसे प्रीमियम और लग्ज़री होटल्स में होती है। होटल में आयोजित एक दिन के समारोह का खर्च कथित तौर पर ₹1.5 करोड़ से ₹1.7 करोड़ तक होता है। अगर वेन्यू को कस्टमाइज़ किया जाए, तो यह खर्च और भी ज्यादा हो सकता है।

शादी हुई कपूरथला हाउस में : हालांकि शादी की मुख्य रस्में दिल्ली के ऐतिहासिक और सरकारी गेस्ट हाउस कपूरथला हाउस में आयोजित की गईं। यह स्थान दिल्ली सरकार के अंतर्गत आता है और आमतौर पर आधिकारिक आयोजनों या विशेष मेहमानों के ठहरने के लिए उपयोग होता है। यहां पर हुई शादी को अपेक्षाकृत सादा बताया गया है, लेकिन सगाई समारोह की भव्यता ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है।
सवालों के घेरे में ‘आम आदमी’ की सोच : इस आयोजन के बाद विपक्षी दलों और सोशल मीडिया यूज़र्स ने केजरीवाल पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। कई लोगों का कहना है कि जो नेता खुद को ‘आम आदमी’ कहता है, उसकी बेटी की सगाई (Kejriwal’s daughter’s engagement) इतने महंगे होटल में कैसे हो सकती है? वहीं, समर्थकों का तर्क है कि यह एक निजी आयोजन था और हर किसी को अपनी बेटी की शादी शानदार तरीके से करने का अधिकार है।
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया : इस खबर के वायरल होते ही ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। कुछ लोग इसे निजी जीवन का हिस्सा मान रहे हैं, जबकि कई लोगों ने इसे केजरीवाल की कथनी और करनी में अंतर बताया है।
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अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता की शादी एक पारिवारिक खुशी का अवसर था, लेकिन जिस तरह से इसकी सगाई का आयोजन भव्य स्तर पर हुआ, उसने आम और खास सभी के बीच बहस को जन्म दे दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में केजरीवाल या उनकी पार्टी इस पर क्या स्पष्टीकरण देती है।