Chinnaswamy Stadium Stampede News: RCB की पहली IPL जीत का जश्न बना मातम, चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़, 11 की मौ*त, 33 घायल

Chinnaswamy Stadium Stampede News: आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (आरसीबी) ने पहली बार खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए बेंगलुरू के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम (Chinnaswamy Stadium Stampede News) में विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। लेकिन खुशी का यह आयोजन तब मातम में बदल गया जब स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई और 33 से अधिक लोग घायल हो गए।
हजारों की भीड़, बेकाबू हालात
समारोह में भाग लेने और अपनी चहेती टीम को देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग स्टेडियम के बाहर एकत्र हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही कार्यक्रम शुरू होने वाला था, वैसे ही एक साथ भारी भीड़ ने अंदर जाने की कोशिश की, जिससे स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और भगदड़ मच गई।
Read Also: IPL 2025 Final: RCB का सपना हुआ पूरा, पंजाब को 6 रन से हराया
भीड़ नियंत्रण में नाकाम रही पुलिस, घायल हुए लोग
घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों को भीड़ को संभालने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थिति को काबू में लाने के लिए हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। कई लोग भीड़ के दबाव में बेहोश होकर गिर पड़े। कुछ को तत्काल सीपीआर देकर बचाने की कोशिश की गई, जबकि अन्य को एंबुलेंस के ज़रिए पास के अस्पतालों में पहुंचाया गया।
चश्मदीद की दर्दनाक गवाही
घटना के चश्मदीद ने बताया, “विराट कोहली और आरसीबी टीम को देखने के लिए बहुत भारी भीड़ आई थी। मैंने देखा कि बहुत सी लड़कियों ने गेट को धक्का देकर स्टेडियम (Chinnaswamy Stadium Stampede News) में घुसने की कोशिश की। मैंने तीन लड़कियों को गिरते देखा लेकिन कोई उन्हें उठाने नहीं आया। पुलिस भी असहाय नजर आ रही थी क्योंकि वहां बहुत ज्यादा लोग थे।”
पूर्व चेतावनियों के बावजूद नहीं बची घटना
बेंगलुरू पुलिस ने पहले ही लोगों को सलाह दी थी कि केवल वैध टिकट या पास रखने वाले ही स्टेडियम आएं। इसके साथ ही निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन जैसे मेट्रो का उपयोग करने का आग्रह किया गया था क्योंकि पार्किंग की सुविधा सीमित थी। बावजूद इसके, लोगों की भारी भीड़ ने सारी व्यवस्थाओं को विफल कर दिया।
Read Also: Virat Kohli ने रचा इतिहास, एक ही फ्रेंचाइजी के लिए 9000 टी20 रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज बने
PM मोदी ने जताया दुःख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “बेंगलुरु में हुई दुर्घटना वाकई दिल दहला देने वाली है। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार की प्रतिक्रिया
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा, “यह युवा और उत्साही भीड़ थी, ऐसे में बल प्रयोग नहीं किया जा सकता था। हमने पुलिस और अस्पताल प्रशासन से बात की है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।” उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को छोटा कर दिया गया और केवल 10 मिनट में समाप्त कर दिया गया।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का दौरा और मुआवजे की घोषणा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ की खबर (Chinnaswamy Stadium Stampede News) सुनकर गहरा सदमा लगा है। इस त्रासदी ने जीत की खुशी को खत्म कर दिया है।” उन्होंने बॉरिंग और वैदेही अस्पताल का दौरा कर घायलों का हालचाल जाना और मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की।
उन्होंने आगे कहा, “हमारी उम्मीद से कहीं ज्यादा, करीब 2-3 लाख लोग समारोह में पहुंच गए थे। किसी को इतनी भीड़ की उम्मीद नहीं थी। मारे गए लोगों में ज्यादातर युवा हैं। यह घटना दर्शाती है कि किसी भी आयोजन में सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए।”
KSCA द्वारा आयोजित कार्यक्रम, सुरक्षा में चूक
यह विशेष सम्मान समारोह कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) द्वारा आयोजित किया गया था। आरसीबी की टीम, जिसने पहली बार आईपीएल खिताब जीता, अपने प्रशंसकों से मिलने पहुंची थी। हालांकि आयोजन के लिए सुरक्षा उपाय किए गए थे, पर भीड़ की संख्या को देखकर वे नाकाफी साबित हुए।
जीवन की प्राथमिकता और जन-जागरूकता की ज़रूरत
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि “जिंदगी सबसे महत्वपूर्ण है। प्यार और उत्साह अपनी जगह है, लेकिन सुरक्षा और शांति पहले आनी चाहिए।” उन्होंने दोहराया कि ऐसी घटनाओं से सबक लेकर भविष्य में सुरक्षा मानकों को और मजबूत किया जाएगा।
जीत की खुशी में शामिल हुआ गम
आरसीबी की ऐतिहासिक जीत को यादगार बनाने की कोशिश, दुर्भाग्यवश एक भयावह हादसे में बदल गई। यह घटना न केवल प्रशासन के लिए, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी एक चेतावनी है कि किसी भी उत्सव में जिम्मेदारी और संयम अनिवार्य है। आशा है कि भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए बेहतर योजनाएं और व्यवस्थाएं लागू की जाएंगी।