Ramchandra Jangra Self-reliant India: “कांग्रेस ने देश की अर्थव्यवस्था को डुबाने में कोई कमी नहीं छोड़ी” – रामचंद्र जांगड़ा
Ramchandra Jangra Self-reliant India: रोहतक – भाजपा कार्यालय मंगल कमल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि भारत एक समय “सोने की चिड़िया” कहलाता था। हर गांव आत्मनिर्भर था, लेकिन स्वतंत्रता के बाद विपक्षी सरकारों ने पश्चिमी विकास मॉडल और आयात आधारित अर्थव्यवस्था को अपनाकर देश के उद्योगों को कमजोर कर दिया।
जांगड़ा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा —
“कांग्रेस ने देश की अर्थव्यवस्था को डुबाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। भारत को दूसरों पर निर्भर बना दिया गया, जबकि हमें अपने देश में बनी चीजों पर गर्व करना चाहिए।”
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मोदी सरकार के कदम
सांसद जांगड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में देश को “वोकल फॉर लोकल” और “मेक इन इंडिया” का मंत्र दिया।
“मेक इन इंडिया” यानी भारत में निर्माण और “मेक फॉर द वर्ल्ड” यानी दुनिया के लिए उत्पादन — यही आत्मनिर्भर भारत का असली मार्ग है।
उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने विदेशी कंपनियों को यह शर्त रखी कि उन्हें भारत में ही उत्पादन करना होगा और भारतीयों को रोजगार देना होगा।
कोविड काल में भारत बना विश्व का सहारा
जांगड़ा ने कहा कि कोरोना काल में जब दुनिया की अर्थव्यवस्थाएं डगमगा गईं, भारत ने अपनी स्वदेशी वैक्सीन बनाकर 140 करोड़ नागरिकों को सुरक्षित किया और 100 से अधिक देशों को वैक्सीन भेजी।
“यह भारत की दक्षता और आत्मनिर्भरता का प्रमाण है,” उन्होंने कहा।
भारत आज टैंक से ड्रोन तक बना रहा है खुद
सांसद ने कहा कि आज भारत अपनी सेना के लिए आधुनिक हथियार, टैंक, तोप और ड्रोन बना रहा है।
“डिफेंस इंडिजिनाइजेशन” और “मेक इन इंडिया” के चलते भारत न केवल आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि अब कई देशों को रक्षा उपकरण निर्यात भी कर रहा है।
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का निर्यात कर रहा है और मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है।
गांवों से आत्मनिर्भर भारत की नींव
रामचंद्र जांगड़ा ने कहा —
“हमारी स्वतंत्रता तभी सार्थक होगी जब हम आत्मनिर्भर बनेंगे। स्वावलंबन ही सच्ची स्वतंत्रता का मार्ग है।”
उन्होंने कहा कि भारत के गांव पहले से ही आत्मनिर्भर इकाइयां थे — किसान अन्न उगाता था, कारीगर वस्तुएं बनाते थे और हर व्यक्ति अपने श्रम से योगदान देता था।
“मेक इन इंडिया” और “मेड बाय इंडियंस” ही भविष्य
जांगड़ा ने कहा कि भारत का भविष्य “मेक इन इंडिया” और “मेड बाय इंडियंस” में है।
“हमें अपने उद्योग, अपने कारीगरों और किसानों को समर्थन देना होगा। यही भारत को विश्वगुरु बनाएगा।”
उन्होंने जनता से अपील की —
“जो भी खरीदें, भारत में बना हुआ खरीदें। स्वदेशी ही विकसित भारत की नींव बनेगा।”
राज्यसभा सांसद जांगड़ा ने कहा कि आने वाले 25 वर्ष “अमृतकाल” हैं — यही वह समय है जब भारत को स्वदेशी के मार्ग पर चलते हुए नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है।
“भारत किसी के आगे हाथ फैलाने वाला देश नहीं रहेगा, बल्कि सम्मान के साथ दुनिया में खड़ा होगा,” उन्होंने कहा।



