केस ऑफिसर स्कीम का करिश्मा! 3.5 साल में महिला हत्याकांड का फैसला, आरोपी को उम्रकैद
Barmer Police : केस ऑफिसर स्कीम की सफलता- महिला की हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास
Barmer Police : बाड़मेर पुलिस की प्रभावी पैरवी से मिली बड़ी उपलब्धि, SHO नागाणा जमील खान ने निभाई अहम भूमिका
जयपुर, 15 नवंबर।
बाड़मेर जिला पुलिस ने एक जघन्य महिला हत्याकांड में अपराधी को सजा दिलाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस मुख्यालय की केस ऑफिसर स्कीम के तहत संचालित इस मामले में अदालत ने आरोपी मेघाराम जाट को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
जिला पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र सिंह मीना ने बताया कि यह सफलता पुलिस की त्वरित जांच, मजबूत साक्ष्य संकलन और कोर्ट में प्रभावी पैरवी का परिणाम है।
गुमशुदगी से शुरू हुई जांच, जंगल से मिला शव
13 अप्रैल 2022 को प्रार्थी भोमाराम ने अपनी पत्नी कमला (40) की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। कमला घर से अस्पताल जाने के बाद वापस नहीं लौटी।
जांच में पुलिस ने संदिग्ध
मेघाराम जाट पुत्र दलाराम निवासी करणपुरा चौखला
को पकड़कर पूछताछ की। उसके निशानदेही पर बांदरा सरहद की कंटीली झाड़ियों से कमला का शव बरामद हुआ।
पोस्टमार्टम और सबूतों से स्पष्ट हुआ कि:
- महिला के मुंह व सिर पर चोटें थीं
- गला दबाकर हत्या की गई थी
केस ऑफिसर स्कीम बनी गेम-चेंजर
इस गंभीर अपराध को SP ने Case Officer Scheme में चयनित किया।
थाना नागाणा के SHO जमील खान को केस ऑफिसर नियुक्त किया गया।
SHO जमील खान ने:
- गवाहों के नोटिस समय पर तामील करवाए
- निर्धारित तारीखों पर कोर्ट में गवाहों के बयान दर्ज कराए
- सभी महत्वपूर्ण साक्ष्य समय पर न्यायालय में प्रस्तुत किए
इस वजह से मात्र साढ़े तीन साल में ही ट्रायल पूरा हो गया—जो आमतौर पर ऐसे मामलों में वर्षों लग जाते हैं।
अदालत का फैसला: आरोपी को उम्रकैद
प्रभावी पैरवी के आधार पर अदालत ने आरोपी मेघाराम जाट को
आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
यह फैसला दर्शाता है कि:
- केस ऑफिसर स्कीम अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण है
- मजबूत जांच + समय पर साक्ष्य = त्वरित न्याय
- पुलिस-कोर्ट समन्वय से पीड़ित परिवार को राहत मिलती है
बाड़मेर पुलिस की यह सफलता अन्य जिलों के लिए भी मिसाल है।
केस ऑफिसर स्कीम से जघन्य अपराधों में त्वरित न्याय की संभावना और भी मजबूत होती है।




