देशराज्यहोम

जनसहभागिता से पेयजल के पारंपरिक स्रोतों का संरक्षण जरूरी: CMभजनलाल शर्मा

डूंगरपुर/जयपुर, 4 जनवरी: CM भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में जल उपलब्धता बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा पिछले एक वर्ष में अभूतपूर्व कार्य किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 40 प्रतिशत आबादी को ईआरसीपी-पीकेसी लिंक परियोजना (ERCP-PKC link project) से पेयजल और सिंचाई के लिए जल मिलेगा। इसके अलावा, शेखावाटी क्षेत्र में यमुना जल लाने के लिए एमओयू (MOU) किया गया है और उदयपुर में देवास योजना के माध्यम से जल उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही, माही बांध से बांसवाड़ा-डूंगरपुर (Mahi Dam to Banswara-Dungarpur) को पेयजल और सिंचाई के लिए योजना की शुरुआत की गई है।

मुख्यमंत्री शर्मा शनिवार को डूंगरपुर (Dungarpur) के खड़गदा में नदियों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु आयोजित श्रीरामकथा (Shri Ram Katha) कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narerndra Modi) की पहल पर जन भागीदारी से जल संचय का अभियान शुरू किया गया है और प्रदेश के 40 हजार गांवों में जल संचय के कार्य किए जा रहे हैं।

उन्होंने खड़गदा क्षेत्र के ग्रामीणों की सराहना करते हुए कहा कि यहां के लोगों ने 9 महीने की कड़ी मेहनत से मोरन नदी को चौड़ा और गहरा करके जल की उपलब्धता बढ़ाई, जो एक अभूतपूर्व कार्य है।

पेयजल (Payjal) के पारंपरिक स्रोतों का संरक्षण जरूरी : CM Bhajanlal Sharma
मुख्यमंत्री (CM Bhajanlal Sharma) ने आमजन से अपील की कि वे गांवों में उपलब्ध पारंपरिक जल स्रोतों जैसे कुएं, तालाब, बावड़ी, नदी आदि का संरक्षण करने के लिए जनभागीदारी से कार्य करें ताकि हम आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करा सकें। उन्होंने कहा कि खड़गदा वासियों ने इस आयोजन के माध्यम से प्रदेश को यह संदेश दिया है कि स्थानीय पारंपरिक जल स्रोतों का संरक्षण किया जाना अत्यंत आवश्यक है।

नदियों को जोड़ने का कार्य कर रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी
मुख्यमंत्री (CM Bhajanlal Sharma) ने कहा कि जिस तरह भगवान श्रीराम ने समुद्र पर सेतु बना कर सत्य की जीत के लिए एक छोर को दूसरे छोर से जोड़ा, ठीक उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम आदमी को पानी उपलब्ध कराने के लिए नदियों को जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।

कर्मभूमि से जन्मभूमि कार्यक्रम में प्रवासी राजस्थानियों का सहयोग
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल की पहल पर शुरू किए गए कर्मभूमि से जन्मभूमि कार्यक्रम के तहत प्रवासी राजस्थानियों द्वारा गांवों में भूजल रिचार्ज के लिए सहयोग दिया जा रहा है। राज्य सरकार जल जीवन मिशन के तहत हर घर तक नल से जल पहुंचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि डूंगरपुर जिले में लगभग 77 हजार कनेक्शन और 93 प्रतिशत स्कूलों में नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं।

डूंगरपुर जिले में हो रहे विकास कार्य
CM Bhajanlal Sharma ने डूंगरपुर जिले के लिए वर्ष 2024-25 के बजट में किए गए कई महत्वपूर्ण घोषणाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सागवाड़ा में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का खंड खोला जाएगा और पेयजल के लिए विधानसभा क्षेत्रों में 2 वर्षों में हैंडपंप और ट्यूबवेल निर्माण करवाए जाएंगे। इसके अलावा, सोम-कमला-अंबा भीखाभाई सागवाड़ा फीडर परियोजना पर 125 करोड़ रुपये की लागत से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि डूंगरपुर में 44 करोड़ रुपये की लागत से शिल्पग्राम बनाया जाएगा, जिससे स्थानीय कलाकारों को जिला स्तर पर मंच और प्रोत्साहन मिलेगा। इससे जिले में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

डूंगरपुर के लिए 1500 करोड़ रुपये के निवेश एमओयू
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने “राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट” के जरिए प्रदेश के औद्योगिक विकास का मार्ग प्रशस्त किया है। इस समिट में 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश एमओयू हुए हैं। डूंगरपुर जिले के लिए भी लगभग 1500 करोड़ रुपये के निवेश एमओयू किए गए हैं, जो जिले में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करेंगे।

Read Also: मोर जैसी पूंछ, तोते जैसी चोंच; मुर्गे-मुर्गियों की सौंदर्य प्रतियोगिता में दिखेगा नया आकर्ष

पूर्ण पारदर्शिता से हो रहा परीक्षाओं का आयोजन
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने राजस्थान लोक सेवा आयोग और राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड का परीक्षा कैलेंडर जारी किया है और परीक्षाओं का आयोजन पूरी पारदर्शिता से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 47 हजार युवाओं को नियुक्ति दी है और जनवरी में होने वाले आयोजनों में 10 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्तियां दी जाएंगी।

जलशक्ति मंत्रालय देगा खड़गदा गांव को विशेष स्थान
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नदियों को जोड़ने के सपने को साकार करते हुए राजस्थान और मध्य प्रदेश की नदियों को जोड़ने की ईआरसीपी-पीकेसी लिंक परियोजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना से राज्य में पानी की कोई कमी नहीं रहेगी। इसके अलावा, कर्मभूमि से जन्मभूमि अभियान के तहत राजस्थान के 40 हजार गांवों में जल रिचार्ज के लिए बोरवेल खोदे जाएंगे।

पाटिल ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय के पोर्टल पर खड़गदा गांव के जल संचय प्रयासों को विशेष स्थान दिया जाएगा।

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने खड़गदा मोरन नदी पर जल संचय कार्यों का अवलोकन किया और जनभागीदारी से तैयार किए गए 55 लाख लीटर जल संग्रहण क्षमता वाले कुएं को आमजन को समर्पित किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button