
🌞 2 अगस्त 2027: जब 6 मिनट के लिए ‘गायब’ हो जाएगा सूरज (Total Solar Eclipse)
एक अत्यंत दुर्लभ खगोलीय घटना 2 अगस्त 2027 को घटने जा रही है, जब पूर्ण सूर्यग्रहण (Total Solar Eclipse) के दौरान सूरज 6 मिनट 23 सेकंड तक पूरी तरह ढक जाएगा। यह घटना न सिर्फ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से खास है, बल्कि धार्मिक रूप से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
📍 कहां-कहां दिखेगा यह ऐतिहासिक सूर्यग्रहण?
यह ग्रहण उत्तरी अफ्रीका के कई देशों में पूर्ण रूप से दिखाई देगा:
- मोरक्को
- अल्जीरिया
- ट्यूनिशिया
- सऊदी अरब
- यमन
भारत में यह सूर्यग्रहण आंशिक रूप से देखा जा सकेगा, विशेष रूप से:
- गुजरात
- राजस्थान
- महाराष्ट्र के कुछ हिस्से
🌑 पूर्ण सूर्यग्रहण क्या होता है?
पूर्ण सूर्यग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आकर सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है। इस दौरान कुछ मिनटों तक दिन में रात जैसा अंधेरा छा जाता है। यह घटना बेहद रोमांचक होती है, क्योंकि यह नजारा केवल कुछ खास क्षेत्रों में ही दिखाई देता है।
🕉️ धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व
हिंदू धर्म में सूर्यग्रहण का विशेष धार्मिक महत्व होता है। इस दौरान:
- पूजा-पाठ वर्जित रहता है
- भोजन और पानी ग्रहण करने से बचा जाता है
- गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है
- सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले ही प्रभाव में आ जाता है
📚 इतिहास का सबसे लंबा सूर्यग्रहण कब हुआ था?
इतिहास में अब तक का सबसे लंबा पूर्ण सूर्यग्रहण 743 ईसा पूर्व में हुआ था, जो पूरे 7 मिनट 28 सेकंड तक चला था। वर्ष 2027 का सूर्यग्रहण इसके काफी करीब होगा और इसे 21वीं सदी का सबसे लंबा सूर्यग्रहण माना जा रहा है।
2 अगस्त 2027 को होने वाला यह सूर्यग्रहण न केवल वैज्ञानिक बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी ऐतिहासिक होगा। यह अवसर अगले 100 वर्षों तक फिर नहीं मिलेगा, इसलिए खगोल प्रेमियों और श्रद्धालुओं दोनों के लिए यह एक बेहद खास पल होगा।