एसएनए-स्पर्श योजना: राजस्थान ने दिखाई राह, अब अन्य राज्य भी अपनाएंगे तर्ज

जयपुर, 16 मई। केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी एसएनए-स्पर्श योजना (SNA-Sparsh Scheme) के तहत निधि हस्तांतरण को और अधिक सुगम बनाने के लिए राजस्थान ने एक बार फिर अग्रणी भूमिका निभाई है। शुक्रवार को शासन सचिवालय, जयपुर में आयोजित अंतरराज्यीय कार्यशाला में इस प्रणाली को और सुदृढ़ करने पर मंथन किया गया।
क्या है एसएनए-स्पर्श (SNA-Sparsh Scheme)?
एसएनए-स्पर्श (System for Nodal Agency – Secure Payment and Reconciliation System) केन्द्र प्रायोजित योजनाओं के लिए तेज, पारदर्शी और जवाबदेह निधि हस्तांतरण की एक नवीन प्रणाली है। इसके तहत जस्ट-इन-टाइम (JIT) आधार पर भुगतान किया जाता है, जिससे फंड की उपलब्धता सुनिश्चित होती है और लाभार्थियों तक राशि तेजी से पहुँचती है।
राजस्थान की सफलता को मिली सराहना
कार्यशाला में केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव डॉ. सज्जन सिंह यादव ने राजस्थान के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा –
“राजस्थान ने एसएनए-स्पर्श (SNA-Sparsh Scheme) के कार्यान्वयन में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। अन्य राज्यों को भी इसी तर्ज पर काम करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि PFMS (Public Financial Management System) आधुनिक वित्तीय प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, जो योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुँचाने में सक्षम है।
राजस्थान ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
राजस्थान के अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) श्री अखिल अरोड़ा ने इस प्रणाली को और सुगम बनाने के लिए केन्द्र सरकार, NPCI और RBI को कई सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि कैसे राज्य ने चरणबद्ध तरीके से इस प्रणाली को लागू किया है।
अन्य राज्यों ने भी साझा की प्रगति
कार्यशाला में हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों ने भी अपने-अपने राज्यों में एसएनए-स्पर्श की प्रगति के बारे में जानकारी दी।
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क्यों महत्वपूर्ण है यह प्रणाली (SNA-Sparsh Scheme) ?
- पारदर्शिता: फंड का उपयोग और ट्रैकिंग आसान।
- तेज भुगतान: JIT आधार पर त्वरित हस्तांतरण।
- कम भ्रष्टाचार: सीधे लाभार्थियों तक पहुँच।
कार्यशाला में शामिल प्रमुख लोग
- डॉ. देबाशीष प्रष्टी, प्रमुख शासन सचिव
- श्री बृजेश किशोर शर्मा, निदेशक (बजट)
- आरबीआई, NPCI और वित्त विभाग के वरिष्ठ अधिकारी