मानसून की धमाकेदार वापसी! कल से फिर बरसेंगे बादल, इन राज्यों में भारी बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट

Monsoon Return: मानसून की जोरदार वापसी — फिर से भीगेंगे कई राज्य
Monsoon Return: इस साल का मानसून सीज़न शानदार रहा है। जून में दस्तक देने के बाद से ही देश के कई हिस्सों में बेहतरीन बारिश देखने को मिली। हालांकि सितंबर के अंत में बारिश थोड़ी कम हुई थी, लेकिन अब मानसून ने एक बार फिर ज़ोरदार वापसी कर ली है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 7 से 10 अक्टूबर तक कई राज्यों में भारी बारिश, तेज हवाओं और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
राजस्थान में फिर से बरसेंगे बादल
राजस्थान में मानसून की विदाई में देरी के कारण एक बार फिर बारिश का दौर लौट आया है।
मौसम विभाग के अनुसार —
“7 से 10 अक्टूबर तक जयपुर, उदयपुर, कोटा, भरतपुर, बांसवाड़ा, और भीलवाड़ा सहित कई जिलों में भारी बारिश के साथ आंधी, तेज़ हवाएं और बिजली गिरने की संभावना है।”
इसके साथ ही कई स्थानों पर ओले गिरने की भी चेतावनी दी गई है।
दिल्ली-एनसीआर में भीगी सड़कों का दौर
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में भी मानसून की वापसी से हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा।
IMD ने 7 से 10 अक्टूबर तक आंधी, गरज के साथ बारिश और तेज़ हवाओं का अलर्ट जारी किया है।
बारिश के चलते तापमान में गिरावट और हवा में नमी का स्तर बढ़ने की संभावना है।
इन राज्यों में होगी भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना
मौसम विभाग ने बताया कि मानसून की वापसी में देरी का असर उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक दिख रहा है।
नीचे दिए गए राज्यों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश और बिजली गिरने का खतरा रहेगा —
- उत्तर भारत: राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर
- मध्य भारत: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार
- पूर्वोत्तर भारत: असम, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम
- पूर्वी भारत: पश्चिम बंगाल, ओडिशा
- पश्चिमी और दक्षिण भारत: महाराष्ट्र, गोवा, कोंकण, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा, यनम
IMD ने इन राज्यों में बिजली गिरने, आंधी और तेज़ हवाओं के चलते सावधानी बरतने की अपील की है।
मानसून की विदाई अब अक्टूबर के मध्य में संभव
आमतौर पर सितंबर के आखिरी सप्ताह तक देश के अधिकांश हिस्सों से मानसून की विदाई शुरू हो जाती है,
लेकिन इस बार वायुमंडलीय परिस्थितियों और निम्न दबाव क्षेत्र के कारण इसकी वापसी में देरी हुई है।
IMD का अनुमान है कि मानसून अक्टूबर के मध्य तक सक्रिय रहेगा, जिससे कृषि और जल भंडारण के लिहाज से यह सीजन फायदेमंद साबित होगा।