
स्वतंत्रता दिवस पर बोले मोहन लाल बड़ौली (Mohan Lal Baroli Independence Day Speech )— “हमारे वीर जवान ही हमारी ताकत, हमारी पहचान और हमारी शान हैं”
चंडीगढ़, 15 अगस्त: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली (Mohan Lal Baroli Independence Day Speech) ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर सोनीपत के राई हलके के ताजपुर और जैनपुर गांव में ध्वजारोहण कर देश के शहीदों को नमन किया और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
🪖 शहीदों के सम्मान में सरकार की प्रतिबद्धता
श्री बड़ौली ने कहा कि देश की आजादी वीर जवानों के बलिदान से मिली है। उन्होंने कहा:
“हमारे वीर जवान ही हमारी ताकत, हमारी पहचान और हमारी शान हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा की नायब भाजपा सरकार शहीदों के परिवारों के सम्मान और भलाई के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
🏳️ पूरे देश में तिरंगा – एकता और गौरव का प्रतीक
मोहन लाल बड़ौली ने अपने भाषण में कहा कि आज पूरा भारत तिरंगामय हो गया है। तिरंगा सिर्फ एक झंडा नहीं, बल्कि हमारे संघर्ष, बलिदान और सपनों का प्रतीक है। उन्होंने कहा:
“वीर सैनिकों के कारण ही हम चैन की नींद सो पाते हैं और भारत को एक सूत्र में पिरोया जा रहा है।”
🔥 आतंकवाद पर भारत का करारा जवाब
श्री बड़ौली ने पहलगाम की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वहां आतंकवादियों ने निर्दोषों की हत्या कर भारत की बहनों के सिंदूर को उजाड़ा। इसके जवाब में:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्वरित एक्शन लिया
- भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकवाद के 9 ठिकानों को तबाह किया
- उन्होंने इसे प्रतिशोध नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का स्पष्ट संदेश बताया
🇮🇳 आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ता राष्ट्र
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और सशक्त बन रहा है। उन्होंने बताया कि:
“प्रधानमंत्री ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है और विकसित हरियाणा उसकी मजबूत नींव बनेगा।”
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🤝 सभी वर्गों के हित में काम कर रही है सरकार
मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि:
- भाजपा सरकार में शहीद परिवारों को पूरा मान-सम्मान मिल रहा है
- हर वर्ग को सशक्त बनाने के लिए योजनाएं लागू की जा रही हैं
- हरियाणा का विकास मॉडल पूरे देश के लिए उदाहरण बनेगा
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मोहन लाल बड़ौली का संदेश सिर्फ एक भाषण नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति, बलिदान और विकास के विजन का प्रतीक है। उनके अनुसार, शहीदों का सम्मान, आतंकवाद का विरोध और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम ही आज के भारत की असली पहचान हैं।