
Sanchar Sathi App से मोबाइल फ्रॉड पर रोक, राजस्थान में अब तक 1.28 लाख फोन ब्लॉक
Sanchar Sathi App: भारत सरकार के संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (DoT) ने नागरिकों को साइबर और मोबाइल फ्रॉड से बचाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इस दिशा में शुरू किया गया “संचार साथी पोर्टल और मोबाइल एप” अब देशभर में लोगों की डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है। इसी विषय पर जानकारी देने के लिए अपर महानिदेशक दूरसंचार, राजस्थान एलएसए, जयपुर कार्यालय द्वारा एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई।
“मोबाइल नेटवर्क का जिम्मेदारी से उपयोग हमारी प्राथमिकता” – मुकेश कुमार चौहान
राजस्थान लाइसेंस सेवा क्षेत्र के अपर महानिदेशक दूरसंचार श्री मुकेश कुमार चौहान ने बताया कि मोबाइल नेटवर्क का जिम्मेदारी से उपयोग सुनिश्चित करना और नागरिकों को वित्तीय धोखाधड़ी से बचाना विभाग की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि संचार साथी ऐप नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा और दूरसंचार संसाधनों के कुशल उपयोग को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगा।
देशभर में अब तक 39.48 लाख मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक
दूरसंचार विभाग ने अब तक देशभर में
- 39.48 लाख से अधिक मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक,
- 5.21 करोड़ मोबाइल कनेक्शन काटे, और
- 74,977 से ज्यादा सिम विक्रेताओं को ब्लैकलिस्ट किया है।
इसी तरह राजस्थान में
- 1.28 लाख मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक,
- 21 लाख मोबाइल कनेक्शन बंद, और
- 769 सिम विक्रेताओं को ब्लैकलिस्ट किया गया है।
राजस्थान में मोबाइल हैंडसेट रिकवरी दर 42.88%, जो देश में सबसे अधिक है। यहां 87,575 मोबाइल का पता लगाया गया और लगभग 57 करोड़ रुपये मूल्य के 37,549 मोबाइल हैंडसेट नागरिकों को वापस किए गए हैं।
संचार साथी ऐप की प्रमुख सुविधाएं
1. खोए या चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक करें (CEIR)
- पुलिस शिकायत दर्ज करने के बाद नागरिक अपने मोबाइल को ब्लॉक कर सकते हैं।
- ब्लॉक मोबाइल के उपयोग की कोशिश करने पर उसका लोकेशन पुलिस को मिल जाता है।
- मोबाइल मिलने पर ऐप के जरिए उसे अनब्लॉक किया जा सकता है।
2. अपने नाम पर चल रहे मोबाइल कनेक्शन की जांच
- उपभोक्ता यह जान सकते हैं कि उनके नाम पर कितने सिम चल रहे हैं।
- किसी अनजान कनेक्शन को तुरंत कटवाने का अनुरोध किया जा सकता है।
3. मोबाइल की वैधता जांचें (KYM)
- IMEI नंबर से मोबाइल की ऑथेंटिसिटी जांची जा सकती है।
- SMS द्वारा KYM भेजकर 14422 पर भी वैधता पता की जा सकती है।
4. RICWIN फीचर – संदिग्ध अंतर्राष्ट्रीय कॉल की रिपोर्ट करें
- भारतीय नंबर से आने वाली संदिग्ध अंतर्राष्ट्रीय कॉलों की रिपोर्ट करें।
- इससे सरकार अवैध टेलीकॉम सेटअप पर कार्रवाई कर सकती है।
साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता
- फिशिंग, फेक KYC, ऑनलाइन लोन, डिजिटल अरेस्ट, और फर्जी व्हाट्सएप कॉल से बचें।
- साइबर फ्रॉड की स्थिति में हेल्पलाइन 1930 या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।
FRI (Financial Fraud Risk Indicator) फीचर क्या है?
दूरसंचार विभाग ने हाल ही में एक नई पहल — FRI (वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक) — शुरू की है।
जब कोई व्यक्ति किसी नंबर पर ऑनलाइन भुगतान करता है और वह नंबर संदिग्ध या धोखाधड़ी से जुड़ा होता है, तो पॉप-अप अलर्ट दिखाई देता है।
इससे नागरिक समय रहते सतर्क होकर फ्रॉड से बच सकते हैं।
टावर रेडिएशन पर सरकार का बयान
- मोबाइल टावरों से निकलने वाले EMF रेडिएशन सुरक्षित हैं।
- WHO के अध्ययन के अनुसार इनसे कोई स्वास्थ्य खतरा नहीं है।
- नागरिक tarangsanchar.gov.in पर जाकर किसी भी स्थान के रेडिएशन स्तर की जांच कर सकते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में 4G विस्तार – डिजिटल भारत की दिशा में बड़ा कदम
डिजिटल भारत निधि (DBN) प्रोजेक्ट के तहत राजस्थान में कई 4G प्रोजेक्ट तेजी से पूरे हो रहे हैं —
- 4G सेचुरेशन प्रोजेक्ट: 1613 गांवों में से 1478 में 4G सेवा शुरू।
- बॉर्डर आउटपोस्ट प्रोजेक्ट: 121 गांवों में से 71 में नेटवर्क चालू।
- आकांक्षी जिला प्रोजेक्ट: 68 गांवों में से 62 में 4G सेवाएं शुरू।
इन प्रोजेक्ट्स का संचालन BSNL और Airtel द्वारा किया जा रहा है।
दूरसंचार विभाग की यह पहल डिजिटल सुरक्षा और पारदर्शिता को नया आयाम दे रही है।
संचार साथी ऐप न केवल मोबाइल फ्रॉड पर लगाम लगाएगा, बल्कि भारत को सुरक्षित डिजिटल नेशन बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।