
जयपुर, 28 दिसम्बर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) की अध्यक्षता में शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित राजस्थान राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक (Rajasthan State Cabinet) में प्रशासनिक, कर्मचारी कल्याण और युवाओं के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। जिलों और संभागों का पुनर्निर्धारण, सीईटी स्कोर की वैधता 3 वर्ष तक, पशुधन सहायक के पदनामों में परिवर्तन

1. राजस्थान मंत्रिमण्डल बैठक (Rajasthan State Cabinet) में जिलों और संभागों का पुनर्निर्धारण
मंत्रिमण्डल (Rajasthan State Cabinet) ने पूर्ववर्ती सरकार द्वारा गठित नए जिलों और संभागों का पुनर्निर्धारण किया है। अब राजस्थान में कुल 7 संभाग और 41 जिले होंगे। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार ने राजनीतिक लाभ के लिए 17 नए जिलों और 3 नए संभागों का गठन किया था, जिसका प्रशासनिक दृष्टि से कोई औचित्य नहीं था।
नवगठित जिलों और संभागों के पुनर्निर्धारण के बाद, 9 जिलों (अनूपगढ़, दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, केकड़ी, नीम का थाना, सांचौर और शाहपुरा) तथा 3 संभागों (बांसवाड़ा, पाली, सीकर) को निरस्त कर दिया गया है। साथ ही, 3 नए जिलों—मालपुरा, सुजानगढ़ और कुचामन सिटी—को भी आचार संहिता से ठीक पहले घोषित होने के कारण निरस्त कर दिया गया है।
अब राजस्थान में कुल 7 संभाग और 41 जिले होंगे, जिनमें से 8 जिलों (फलौदी, बालोतरा, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा, ब्यावर, डीग, डीडवाना-कुचामन और सलूम्बर) का प्रशासनिक ढांचा तैयार किया जाएगा और इन जिलों को आवश्यक वित्तीय संसाधन और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
2. सीईटी स्कोर की वैधता अब 3 वर्ष तक
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने बताया कि राजस्थान अधीनस्थ और लिपिक वर्गीय सेवा (समान पात्रता परीक्षा) नियम, 2022 में संशोधन करते हुए सीईटी स्कोर की वैधता अब 1 वर्ष से बढ़ाकर 3 वर्ष कर दी गई है। इससे अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिलेगी और अत्यधिक संख्या में आवेदन करने की समस्या से भी निपटा जा सकेगा।
3. पशुधन सहायक के पदनामों में परिवर्तन और तीसरी पदोन्नति का अवसर
राजस्थान पशुपालन अधीनस्थ सेवा नियम, 1977 में संशोधन करते हुए पशुधन सहायक के पदनामों में बदलाव किया गया है। अब, पशुधन सहायक का पदनाम ‘पशुधन निरीक्षक’, पशुचिकित्सा सहायक का पदनाम ‘पशुधन प्रसार अधिकारी’, और सहायक सूचना अधिकारी का पदनाम ‘वरिष्ठ पशुधन प्रसार अधिकारी’ किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, इस संवर्ग के कर्मचारियों को तीसरी पदोन्नति का अवसर भी मिलेगा।
4. चुरू के सिद्धमुख महाविद्यालय का नामकरण
मंत्रिमण्डल (Rajasthan State Cabinet) ने चुरू के राजकीय महाविद्यालय सिद्धमुख का नाम बदलकर ‘श्रीमती शकुन्तला देवी राजकीय महाविद्यालय, सिद्धमुख’ करने की स्वीकृति दी है। यह निर्णय दानदाता के सम्मान और अन्य दानदाताओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
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5. अन्य महत्वपूर्ण निर्णय
- मिनिमम एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन (MACP) के तहत वित्तीय उन्नयन से संबंधित परिनिंदा के दण्ड को समाप्त कर दिया गया है।
- पदोन्नति नियमों में संशोधन के तहत कर्मचारियों के हित में कई सुधार किए गए हैं।
राज्य मंत्रिमण्डल के इन निर्णयों से न केवल प्रशासनिक सुधार होंगे, बल्कि कर्मचारियों और युवाओं को भी बेहतर अवसर मिलेंगे।