
🐝 किसानों को राहत: शहद को मिलेगा भावांतर योजना (Honey Bhavantar Compensation Scheme Haryana) का लाभ, हरियाणा में मुख्यमंत्री सैनी का बड़ा ऐलान
कुरुक्षेत्र (कपिल), 16 अगस्त 2025 — हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों के हित में बड़ा कदम उठाते हुए शहद को भावांतर भरपाई योजना (Honey Bhavantar Compensation Scheme Haryana) में शामिल करने की घोषणा की है। अब तक यह योजना केवल बागवानी फसलों पर लागू थी, लेकिन अब मधुमक्खी पालक किसान भी इससे लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहद की बिक्री, भंडारण और गुणवत्ता जांच के लिए रामनगर स्थित मधुमक्खी पालन विकास केंद्र में सुविधाएं विकसित की जाएंगी। साथ ही, 20 करोड़ रुपये की लागत से एक उन्नत गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला की स्थापना भी की जाएगी।
🧪 रामनगर संस्थान को मिलेगा राष्ट्रीय दर्जा
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामनगर में स्थापित एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र को जल्द ही राष्ट्रीय स्तर का संस्थान बनाया जाएगा। इसमें मधुमक्खी पालन से जुड़ी वैज्ञानिक अनुसंधान, प्रशिक्षण और नवाचार की गतिविधियां चलाई जाएंगी।
यह केंद्र इज़राइल के सहयोग से स्थापित किया गया है और अब तक 74,000 बक्से और 3.43 लाख कॉम्ब शीट वितरित कर चुका है। साथ ही यहां शहद प्रसंस्करण और बॉटलिंग की भी आधुनिक सुविधा उपलब्ध है।
🌸 स्वीट क्रांति की ओर हरियाणा का कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘स्वीट क्रांति’ को साकार करने में जुटी है। मधुमक्खी पालन को किसानों के लिए अतिरिक्त आय का साधन बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
हरियाणा सरकार ने ‘मधुमक्खी पालन नीति-2021’ के तहत वर्ष 2030 तक:
- 7750 मधुमक्खी पालक तैयार करने
- 15,500 मीट्रिक टन शहद उत्पादन का लक्ष्य रखा है
इस योजना के तहत बक्सों, कॉलोनियों और उपकरणों पर 85% तक सब्सिडी दी जा रही है।
🌾 कृषि विविधीकरण का स्तंभ बनेगा मधुमक्खी पालन
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बागवानी और मधुमक्खी पालन को कृषि विविधीकरण के मुख्य स्तंभ के रूप में विकसित किया जा रहा है।
वर्ष | बागवानी क्षेत्रफल (एकड़) |
---|---|
2014 | 1.17 लाख |
2025 | 2.60 लाख |
एफपीओ, उत्कृष्टता केंद्र, भावांतर योजना और फसल खरीद के ज़रिए किसानों को सशक्त बनाया गया है।
👩🌾 महिलाओं और युवाओं के लिए स्टार्टअप का अवसर
CM सैनी ने युवाओं और महिलाओं को मधुमक्खी पालन को स्टार्टअप मॉडल में अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा:
“युवा हनी ब्रांड लॉन्च करें और ऑनलाइन मार्केटिंग से वैश्विक बाज़ार में अपने उत्पाद बेचें। सरकार हर कदम पर साथ देगी।”
🗣️ कृषि मंत्री का बयान: किसानों की आय बढ़ाना सर्वोच्च प्राथमिकता
इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के मिशन पर तेजी से काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि खेती के साथ-साथ डेयरी, पशुपालन, मत्स्य पालन और मधुमक्खी पालन जैसे क्षेत्रों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
“जहां वैज्ञानिक दृष्टिकोण और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के साथ कृषि का विकास होता है, वह राष्ट्र तरक्की करता है।”
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👥 कार्यक्रम में शामिल हुए ये प्रमुख चेहरे
कार्यशाला के इस आयोजन में कई गणमान्य लोग मौजूद रहे, जिनमें शामिल हैं:
- पूर्व मंत्री सुभाष सुधा
- कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल
- मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार
- हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति बी.आर. कांबोज
- महाराणा प्रताप हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी के कुलपति सुरेश मल्होत्रा
- पशु नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर सिंह मिर्जापुर
- मधुमक्खी पालक संघों के प्रतिनिधि व विशेषज्ञ
हरियाणा सरकार का यह निर्णय किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा। शहद उत्पादन को भावांतर योजना में शामिल करने से मधुमक्खी पालकों को बाजार में स्थिर कीमतें मिलेंगी और उनकी आमदनी में सीधा लाभ होगा।