बिहार चुनाव से पहले ओवैसी का सियासी धमाका! SIR को बताया साजिश, इंडिया ब्लॉक पर तीखा वार

📍 बिहार चुनाव 2025 से पहले ओवैसी (Bihar Election 2025 Owaisi) का बड़ा हमला: चुनाव आयोग से भी उठाए सवाल
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Bihar Election 2025 Owaisi ने जहां एक ओर इंडिया ब्लॉक पर तीखा हमला बोला, वहीं दूसरी ओर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर चुनाव आयोग को भी घेरा।
🔥 “एकतरफा मोहब्बत नहीं हो सकती” – इंडिया ब्लॉक पर ओवैसी का वार
ओवैसी ने साफ कहा कि उनकी पार्टी पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं ताकि सीमांचल जैसे पिछड़े इलाकों की असली आवाज दबाई जा सके। उन्होंने कहा:
“हम पर आरोप सिर्फ इसलिए लगाए गए ताकि हम सीमांचल की आवाज न बन सकें। ये लोग बिहार को अपनी जागीर समझते हैं।”
🗳️ तीसरे मोर्चे की तैयारी, गठबंधन पर शर्तें साफ
AIMIM प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने भी बयान दिया कि अब तीसरे मोर्चे की जरूरत है, और AIMIM चुनाव मैदान में पूरे दमखम के साथ उतरेगी। उन्होंने संकेत दिया कि बिना सम्मानजनक सीट शेयरिंग के AIMIM किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी।
🧾 SIR पर उठाए संवैधानिक सवाल, बीएलओ की सूची की मांग
ओवैसी ने मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (SIR) को लेकर चुनाव आयोग से सवाल किया कि इस प्रक्रिया के पीछे असली उद्देश्य क्या है? उन्होंने कहा:
“हम मांग करते हैं कि बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) की सूची सार्वजनिक की जाए। हमारे कार्यकर्ता पूछेंगे कि नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश से आए लोगों की सूची कहां है?”
ओवैसी ने संसद में दिए गए रिकॉर्ड का हवाला देते हुए कहा कि 2016, 2017 और 2019 में एक भी विदेशी नागरिक नहीं मिला, फिर भी विदेशी घुसपैठ के नाम पर डर फैलाया जा रहा है।
🧠 क्या सीमांचल फिर से AIMIM की सियासी जमीन बनेगा?
ओवैसी के इस रुख से साफ है कि AIMIM अब सीमांचल को केंद्र में रखकर बिहार की सियासी बिसात बिछा रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी या किसी नए तीसरे मोर्चे का हिस्सा बनेगी।
AIMIM और ओवैसी का यह सियासी तेवर इशारा करता है कि बिहार चुनाव 2025 में मुकाबला सिर्फ NDA और इंडिया ब्लॉक तक सीमित नहीं रहेगा। तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट और संवैधानिक सवालों की बहस इस चुनाव को और भी रोचक बना रही है।