
जयपुर, 27 दिसंबर: जयपुर जिले में निवेश को प्रोत्साहित करने और रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजित करने के उद्देश्य से जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने राइजिंग राजस्थान (Rising Rajasthan) के तहत किए गए निवेश करारों को शीघ्र धरातल पर उतारने के लिए सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को प्रभावी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। इस दिशा में, उन्होंने यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया है कि सभी निवेश समझौतों (एमओयू) का समयबद्ध तरीके से क्रियान्वयन हो और यह प्रक्रिया शीघ्र गति से शुरू हो ताकि जयपुर में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन की संभावनाओं को साकार किया जा सके।
बैठक में दी गई दिशा-निर्देशों की जानकारी (Rising Rajasthan)
जिला कलक्टर की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित समीक्षा बैठक में राइजिंग राजस्थान (Rising Rajasthan) के तहत किए गए निवेश करारों की प्रगति की विभागवार समीक्षा की गई। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे, जिन्होंने अपने-अपने विभागों द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी दी। डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने इस अवसर पर कहा कि राइजिंग राजस्थान सम्मेलन में हुए निवेश समझौतों के क्रियान्वयन की गति को तेज किया जाना चाहिए, ताकि ये समझौते जल्द से जल्द वास्तविकता में बदल सकें। उन्होंने कहा, “इन एमओयू से राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, उद्योगों का विकास होगा और आर्थिक समृद्धि आएगी, इसलिए इन समझौतों को धरातल पर उतारना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।”
निवेश समझौतों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए दिशा-निर्देश
जिला कलक्टर ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी संबंधित विभागों को इस कार्य में अपनी भूमिका को प्रभावी तरीके से निभाना होगा। उन्होंने कहा, “भू आवंटन, ज़मीन की उपलब्धता, बिजली कनेक्शन, पानी की आपूर्ति और अन्य जरूरी सुविधाएं जल्द से जल्द सुनिश्चित की जानी चाहिए ताकि निवेशकों को कोई समस्या न हो।” इसके साथ ही, उन्होंने निवेशकों के साथ संपर्क बनाए रखने और उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्रता से करने के लिए एक समर्पित अधिकारी नियुक्त करने का भी सुझाव दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि सभी विभागों को निवेश समझौतों की प्रगति की नियमित निगरानी करनी होगी और किसी भी बाधा को दूर करने के लिए तुरंत कदम उठाने होंगे। साथ ही, निवेशकों से संवाद को भी सुसंगत और प्रभावी बनाए रखने का निर्देश दिया ताकि किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई की जा सके।
बैठक में शामिल अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर विनिता सिंह, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र श्रीमती शिल्पी आर. पुरोहित, रीको के अधिकारी, जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) के प्रतिनिधि, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, ऊर्जा विभाग, शिक्षा विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग, कृषि विभाग, नगर निगम, पुलिस विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने बैठक के दौरान विभागीय प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और अपने-अपने विभागों द्वारा किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी।
राइजिंग राजस्थान (Rising Rajasthan) का उद्देश्य और महत्व
“राइजिंग राजस्थान” एक प्रमुख निवेश सम्मेलन है, जो राज्य सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है, ताकि राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित किया जा सके। इस सम्मेलन के दौरान विभिन्न निवेशक कंपनियों के साथ एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) किए जाते हैं, जो राज्य में नई परियोजनाओं के लिए पूंजी निवेश लाते हैं और साथ ही रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करते हैं।
इस बार के “राइजिंग राजस्थान” (Rising Rajasthan) में विभिन्न क्षेत्रों, जैसे कि विनिर्माण, स्वास्थ्य, ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, कृषि और बुनियादी ढांचा आदि से संबंधित कई निवेश करार किए गए हैं। इन करारों के माध्यम से राज्य में निवेश का माहौल तैयार किया जा रहा है और स्थानीय निवासियों को रोजगार और शिक्षा के अवसर मिल रहे हैं।
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जयपुर जिले का आर्थिक विकास
जयपुर, जो कि राज्य का राजधानी और एक प्रमुख वाणिज्यिक केंद्र है, हमेशा से ही निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। राइजिंग राजस्थान सम्मेलन के बाद से जयपुर जिले में विभिन्न क्षेत्रों में कई निवेश संभावनाएं उत्पन्न हुई हैं। इन निवेश करारों के सफल क्रियान्वयन से जयपुर जिले की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा मिलेगी।
निवेशकों के लिए विशेष सुविधाएं
साथ ही, जिला कलक्टर (District Collector) ने निवेशकों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान करने की भी योजना बनाई है, ताकि वे यहां आने और व्यवसाय स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित हों। इसमें भूमि आवंटन, सरकारी अनुमोदन, आवश्यक सुविधाओं की आपूर्ति और अन्य प्रशासनिक कार्यों के लिए तेज और सरल प्रक्रियाएं शामिल हैं।
निष्कर्ष
डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी (De Jitendra Kumar Soni) ने अंत में यह कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि “राइजिंग राजस्थान” (Rising Rajasthan) के तहत हुए सभी निवेश करारों का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए ताकि राज्य में आर्थिक विकास हो, रोजगार के अवसर सृजित हों और जयपुर जिले को उद्योग और व्यापार के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपील की कि वे इस दिशा में निरंतर प्रयास करें और राज्य को एक विकसित और समृद्ध भविष्य की ओर अग्रसर करें।
बैठक के बाद जिला कलक्टर ने अधिकारियों को जल्द ही एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि हर विभाग अपने-अपने कार्यों को प्रभावी तरीके से पूरा कर सके और निवेश के क्रियान्वयन में कोई रुकावट न आए।