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दिल्ली में गूंजा कालवी जी का नाम: द्वितीय लोकेन्द्र कालवी समाज रत्न सम्मान समारोह में उमड़ा जनसैलाब

Lokendra Kalvi: दिल्ली में आयोजित हुआ द्वितीय लोकेन्द्र कालवी समाज रत्न सम्मान समारोह, देशभर से जुटे राजपूत समाज के दिग्गज

लोकेन्द्र कालवी (Lokendra Kalvi समाज रत्न सम्मान समारोह: श्री राजपूत करणी सेना द्वारा स्व. लोकेन्द्र सिंह कालवी की 69वीं जन्मजयंती के अवसर पर द्वितीय समाज रत्न सम्मान समारोह का आयोजन दिल्ली के लोधी रोड स्थित श्री सत्य साईं ऑडिटोरियम में भव्य रूप से किया गया।

इस आयोजन में समाज के हजारों लोग सम्मिलित हुए और स्व. कालवी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को “समाज रत्न सम्मान” से सम्मानित किया गया।

🎙️ कार्यक्रम की झलकियां

  • कार्यक्रम का संचालन:
    👉 मेजर डॉ. हिमांशु सिंह
    👉 मध्य प्रदेश प्रभारी अतुल सिंह
  • आयोजन समिति से उपस्थित:
    👉 जयभगवान रावल (दिल्ली अध्यक्ष)
    👉 रजनीश राणा
    👉 प्रभारी दलवीर सिसोदिया

🏅 मुख्य अतिथि और विशिष्ट वक्ता

  • बृजभूषण शरण सिंह, सांसद (केसरगंज):
    “क्षत्रिय समाज को बल, बुद्धि और विद्या में आगे आना चाहिए।”
  • दयाशंकर सिंह, परिवहन मंत्री (यूपी):
    “शिक्षा, संस्कार और रोजगार को समाज का प्राथमिक लक्ष्य बनाना होगा।”
  • लवली आनंद, सांसद (बिहार) और पुत्र अंशुमान आनंद
  • किसान नेता ठाकुर पूरन सिंह
  • प्रखर वक्ता राजेंद्र नरुका, तृप्ति सिंह
  • नोएडा से व्यवसायी ठाकुर अनूप सिंह,
    गाजियाबाद से राकेश चौहान,
    दादरी से देवेंद्र खटाना
  • सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता ए. पी. सिंह और सुशील तोमर सहित समाज के कई प्रतिष्ठित नाम उपस्थित रहे।

🏆 समाज रत्न सम्मान से नवाजे गए होनहार

इस भव्य आयोजन में जनप्रतिनिधियों, उद्योगपतियों, खिलाड़ियों, मीडिया, फिल्म जगत, कृषक नेताओं समेत कई क्षेत्रों से आए प्रभावशाली व्यक्तियों को समाज रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।

यह आयोजन समाज के युवाओं के लिए प्रेरणादायी रहा, जहां एकजुटता, संस्कार और पहचान को मजबूत करने का संदेश दिया गया।

द्वितीय लोकेन्द्र कालवी समाज रत्न सम्मान समारोह न केवल एक श्रद्धांजलि सभा थी, बल्कि यह समाज को संगठित करने और नई दिशा देने का मंच भी बना।
राजपूत करणी सेना के नेतृत्व में यह आयोजन समाज के भीतर स्वाभिमान, संस्कृति और सक्रियता का प्रतीक बनकर उभरा।

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