
तिरुपति (आंध्र प्रदेश)**: तिरुपति के प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर (stampede at Tirupati temple) में वैकुण्ठ द्वार दर्शन के लिए जारी टोकन के दौरान भगदड़ मचने से छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना तिरुमाला में बुधवार शाम हुई, जब भक्तों की बड़ी संख्या टोकन लेने के लिए एकत्रित हो गई थी।
गुरुवार, 9 दिसंबर से शुरू होने वाले वैकुण्ठ दर्शन के लिए तिरुपति (Tiruapti temple) के विभिन्न काउंटरों पर टोकन जारी किए जा रहे थे। हालांकि, बुधवार शाम से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे टोकन वितरण के दौरान अफरातफरी मच गई और भगदड़ का माहौल बन गया। इस हादसे में छह श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि 40 से अधिक घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (Tiruapti temple) (TTD) ने 1.20 लाख टोकन जारी करने का निर्णय लिया था, लेकिन श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या के कारण यह हादसा हुआ। टोकन लेने के लिए अलीपिरी, श्रीनिवासम, सत्यनारायणपुरम और पद्मावतीपुरम में लंबी कतारें लग गई थीं। इसी दौरान एक साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के एकत्र होने से भगदड़ मच गई।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के कार्यकारी अधिकारी श्यामला राव ने बताया कि हादसे में छह श्रद्धालुओं की मौत हुई है और घायलों का इलाज जारी है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (CM Chandrababu Naidu) ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि वे गुरुवार को तिरुपति का दौरा करेंगे और घटना की जांच की जाएगी। टीटीडी चेयरमैन बीआर नायडू ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि हादसा उस समय हुआ जब एक डीएसपी ने अचानक गेट खोल दिया, जिससे श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि तिरुपति मंदिर में हुई भगदड़ (stampede at Tirupati temple) में कई लोग मारे गए, जो एक स्तब्ध करने वाली घटना है। उन्होंने इस घटना में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
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टीटीडी चेयरमैन ने इस घटना के बाद भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा दिशा-निर्देशों को कड़ा करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि सीएम नायडू ने निर्देश दिए हैं कि सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
टीटीडी ने 10, 11 और 12 जनवरी के लिए वैकुण्ठ द्वार दर्शन के टोकन वितरण की व्यवस्था को पुनः चाक-चौबंद करने का निर्णय लिया है, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिल सके और ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
यह घटना तिरुपति मंदिर (stampede at Tirupati temple) में दर्शन के लिए आई श्रद्धालुओं के लिए एक काले दिन के रूप में सामने आई। इसने सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा करने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता को एक बार फिर उजागर किया है।