Vaishno Devi Landslide: श्रद्धालुओं पर टूटा कुदरत का कहर
Vaishno Devi Landslide : हादसा मंगलवार दोपहर 3 बजे के आसपास हुआ, जब हजारों श्रद्धालु अर्धकुंवारी मंदिर के पास मौजूद थे। चश्मदीदों के अनुसार, पहाड़ी से अचानक बड़े-बड़े पत्थर गिरने लगे और मलबा बहने लगा।
❝”ना भागने का मौका मिला, ना संभलने का…”❞
लोगों ने बताया कि सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि किसी को भागने या खुद को बचाने का समय नहीं मिला।
कटरा से भवन तक का मार्ग हुआ बंद
- कटरा से भवन तक की दूरी: 14 किलोमीटर
- अर्धकुंवारी गुफा: मध्य बिंदु (7 KM)
- हादसे के वक्त हजारों श्रद्धालु मार्ग में मौजूद थे।
- यात्रा पर फिलहाल रोक लगा दी गई है।
जयकारों की जगह चीख-पुकार और मातम
आमतौर पर ‘जय माता दी’ के नारों से गूंजता रहने वाला इलाका अब चीख-पुकार और मातम में डूबा है।
- शुरुआती जानकारी में 5-7 मौतें बताई गई थीं।
- बुधवार सुबह तक संख्या 34 पहुंच चुकी है।
- कई लोग घायल हैं और कुछ लापता हैं।
प्रशासन और राहत दल मौके पर तैनात
- NDRF, स्थानीय पुलिस और प्रशासन राहत-बचाव में जुटे हैं।
- घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
- सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया है।
रेलवे सेवाएं प्रभावित, 58 ट्रेनें रद्द
- बारिश और भूस्खलन के कारण जम्मू क्षेत्र की रेल सेवाएं बाधित
- 58 ट्रेनें रद्द और 64 का रूट बदला गया
- प्रमुख ट्रेनें जैसे दिल्ली-कटरा, जम्मू-तवी एक्सप्रेस प्रभावित
स्कूल-कॉलेज भी रहेंगे बंद
28 अगस्त, गुरुवार को जम्मू-कश्मीर सरकार ने सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है।
शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने सोशल मीडिया पर इस बारे में जानकारी साझा की।
चश्मदीदों की आपबीती
“मैं दर्शन कर लौट रहा था, अचानक जोर से आवाज आई और कुछ ही सेकंड में पत्थरों की बारिश होने लगी। चारों ओर चीख-पुकार मच गई। जो जहां था, वहीं दब गया।”
— राकेश शर्मा, श्रद्धालु (उत्तर प्रदेश)
जरूरी है समय पर सतर्कता और सुरक्षा
भूस्खलन जैसी घटनाएं कुदरत का रुख बदलने की चेतावनी हैं। वैष्णो देवी यात्रा जैसे उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में




