
SI Recruitment 2021 Controversy: हनुमान और किरोड़ी के बीच तीखी बहस, वायरल हुआ धमकी भरा ऑडियो
SI Recruitment 2021 Controversy: राजस्थान में SI भर्ती 2021 रद्द होने के बाद इस मामले ने एक नया राजनीतिक मोड़ ले लिया है। इस भर्ती को लेकर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल और राज्य के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के बीच जबरदस्त जुबानी जंग छिड़ गई। मामला इतना गरमा गया कि टीवी डिबेट में दोनों नेता एक-दूसरे को धमकियां और गालियां तक देने लगे।
अब इस बहस का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे राजनीतिक हलकों में सनसनी फैल गई है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
कभी एक साथ मिलकर राजस्थान में थर्ड फ्रंट तैयार करने वाले ये दोनों नेता अब आमने-सामने आ गए हैं।
- SI भर्ती रद्द होने के बाद क्रेडिट लेने की होड़ शुरू हुई।
- एक टीवी चैनल की लाइव बहस में जब एंकर ने दोनों से सवाल किए, तो तानें, आरोप और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया।
- बात गाली-गलौज और धमकियों तक पहुंच गई।
हनुमान बेनीवाल का हमला: “आपका जमाना अब गया”
हनुमान बेनीवाल ने कहा:
“जब कुछ होने वाला नहीं था, तब हमने दिल्ली कूच की तैयारी की थी। लाखों युवाओं ने प्रदर्शन किए। कांग्रेस ने पेपर लीक कराया और बीजेपी उसे बचा रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मंत्री केके बिश्नोई पर्दा डाल रहे हैं।”
उन्होंने किरोड़ी को निशाने पर लेते हुए कहा:
“क्रांति मैं करूंगा, आपकी उम्र अब हो गई है। नकली आदमी हो आप। आप सभी गुंडों और चोरों की मदद करते हो।”
किरोड़ी का पलटवार: “ज्यादा बोलोगे तो पेपर लीक में नाम जुड़ जाएगा”
किरोड़ी मीणा ने तीखी प्रतिक्रिया दी:
“मैं तो शुरू से कह रहा था परीक्षा रद्द करो। दो बार मुख्यमंत्री से बात की, सड़क पर उतरा, बयान दिया। लेकिन मेरी मर्यादा है, सरकार में रहकर ज्यादा नहीं बोल सकता।”
और फिर चेतावनी देते हुए कहा:
“ज्यादा बोलोगे तो तुम्हारा नाम भी पेपर लीक में जुड़ जाएगा। नागौर में ही नेतागिरी करो।”
वायरल ऑडियो: तू-तू, मैं-मैं से भरा 3 मिनट का बहस क्लिप
तीखी बहस के बीच दोनों ने एक-दूसरे को:
- लुटेरा
- धोखेबाज
- गुंडों का समर्थक
- फर्जी नेता
जैसे शब्द कहे। एंकर को बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा लेकिन तब तक बहस का ऑडियो क्लिप वायरल हो चुका था।
पुराना रिश्ता, नई दुश्मनी
गौरतलब है कि हनुमान और किरोड़ी एक समय साथ थे और उन्होंने मिलकर राजनीतिक गठबंधन भी किया था।
लेकिन समय के साथ उनके राजनीतिक रास्ते अलग हो गए और अब वे एक-दूसरे के कट्टर आलोचक बन चुके हैं।
SI भर्ती बनी सियासी अखाड़ा, ऑडियो ने खोले नए मोर्चे**
SI भर्ती 2021 विवाद अब सिर्फ भर्ती प्रक्रिया तक सीमित नहीं रह गया है।
यह एक राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन बन चुका है, जिसमें नेता एक-दूसरे को नीचा दिखाने से पीछे नहीं हट रहे।
अब देखना होगा कि यह विवाद और कितनी दूर तक जाएगा और क्या कानूनी या राजनीतिक कार्रवाई भी सामने आती है।