
Sanatani Cricket League: सनातन, सेवा और खेल का संगम — “सनातनी क्रिकेट लीग” की शुरुआत दिल्ली से
Sanatani Cricket League: दिल्ली में 18 अक्टूबर को गूंजेगा “जय श्री राम” का नारा, क्योंकि मथुरा के प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने एक अनोखी पहल का ऐलान किया है —“सनातनी क्रिकेट लीग” (Sanatani Cricket League)।
यह आयोजन केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि धर्म, एकता और सेवा का संदेश देने वाला अभियान है।
देवकीनंदन ठाकुर ने बताया कि इस लीग से जो भी आमदनी होगी,
वह बाढ़ पीड़ितों की सहायता में खर्च की जाएगी।
चार कथावाचक होंगे टीम कप्तान
देवकीनंदन ठाकुर ने प्रेस वार्ता में बताया कि लीग में कुल चार टीमें भाग लेंगी,
जिनका नेतृत्व देश के प्रसिद्ध कथावाचक करेंगे —
टीम का नाम | कप्तान |
---|---|
बजरंग ब्लास्टर्स | धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री |
राधे रॉयल्स | इंद्रेश उपाध्याय |
राघव राइडर्स | चिन्मयानंद बापू |
वृंदावन वॉरियर्स | देवकीनंदन ठाकुर |
हर मैच 10 ओवरों का होगा, और टीमों में कथा वाचक, संत समाज और सनातन परंपरा से जुड़े लोग हिस्सा लेंगे।
बाढ़ पीड़ितों के घरों में जलेंगे आशा के दीप
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि
“सनातनी क्रिकेट लीग से होने वाली आमदनी बाढ़ पीड़ितों के घरों में दीप जलाने के लिए इस्तेमाल होगी।”
यह आयोजन दिल्ली के पहाड़गंज स्थित कर्नल सिंह स्टेडियम में होगा,
जहां भक्त, संत और दर्शक मिलकर धर्म और खेल के इस अद्भुत संगम के साक्षी बनेंगे।
“राम सबके हैं, जयकारा अब पूरे संसार में गूंजेगा”
प्रेस वार्ता के दौरान देवकीनंदन ठाकुर ने कहा —
“अब जय श्री राम के जयकारे सिर्फ बांग्लादेश नहीं, पूरे संसार में गूंजेंगे, क्योंकि राम सबके हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि
अगर कोर्ट ही हमारे भगवान का अपमान करेगी,
तो फिर न्याय मांगने हम कहां जाएंगे?
साथ ही उन्होंने सरकार से “सनातन बोर्ड” बनाने की अपील की,
जो हिंदू मंदिरों के संरक्षण और सेवा के लिए कार्य करेगा।
विदेशों में भी गूंज रही है सनातन की आवाज़
85 दिन की विदेश यात्रा से लौटे देवकीनंदन ठाकुर ने बताया —
“विदेशों में भी मुझसे पूछा जाता है — ‘सनातन बोर्ड का क्या हुआ?’
यह दर्शाता है कि सनातन संस्कृति अब वैश्विक चर्चा का विषय बन चुकी है।”
उन्होंने कहा कि
“सनातनी क्रिकेट लीग” सिर्फ खेल नहीं, बल्कि सनातन धर्म, सेवा और एकता का प्रतीक है।
दिल्ली में होने जा रही सनातनी क्रिकेट लीग
भारत की सांस्कृतिक जड़ों को आधुनिक खेल भावना से जोड़ने का अद्भुत प्रयास है।
“जय श्री राम” के जयकारों के बीच जब मैदान पर बल्ला गूंजेगा,
तब यह आयोजन धर्म, सेवा और राष्ट्रीय एकता का जीवंत उदाहरण बन जाएगा।