क्या सच में समोसे और जलेबी पर बैन लग गया? सरकार ने तोड़ी चुप्पी!

❌ समोसा-जलेबी पर चेतावनी की खबरें (Warning news on Samosa Jalebi) फर्जी, सरकार ने बताया सच्चाई क्या है
हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि सरकार ने समोसे, जलेबी और लड्डू जैसे पारंपरिक भारतीय खाद्य पदार्थों को लेकर (Warning news on Samosa Jalebi) चेतावनी जारी की है या उन पर बैन लगाया गया है। इन खबरों ने सोशल मीडिया पर हड़कंप मचा दिया।
लेकिन अब इस मामले पर केंद्र सरकार ने पूरी तरह से सफाई दे दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय और PIB फैक्ट चेक ने स्पष्ट किया है कि यह सभी खबरें भ्रामक और फर्जी हैं।
📢 सरकार का बयान: सिर्फ सलाह, कोई बैन नहीं
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि किसी भी भारतीय व्यंजन — जैसे समोसा, जलेबी, लड्डू — पर कोई एडवाइजरी, चेतावनी या बैन जारी नहीं किया गया है।
यह केवल एक सामान्य स्वास्थ्य सलाह थी, जिसका उद्देश्य लोगों को अत्यधिक चीनी और वसा से परहेज करने के लिए प्रेरित करना था।
🍛 भारतीय व्यंजनों को टारगेट नहीं किया गया
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया था कि पारंपरिक पकवानों को “अनहेल्दी” बताकर टारगेट किया जा रहा है। लेकिन सरकार ने इसे पूरी तरह से गलत बताया।
स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी बयान में कहा गया:
- देश में खासकर शहरी क्षेत्रों में मोटापा एक बड़ी समस्या बन रहा है
- इसी को देखते हुए संतुलित आहार और सक्रिय जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए सामान्य सलाह दी गई
- इसमें किसी खास डिश को टारगेट करने का कोई मकसद नहीं था
📌 PIB फैक्ट चेक ने भी बताई सच्चाई
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने सोशल मीडिया पर इस दावे को फर्जी करार दिया है। PIB के अनुसार:
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने किसी भी मिठाई या पकवान पर चेतावनी लेबल लगाने का निर्देश नहीं दिया
- न ही समोसे-जलेबी पर कोई प्रतिबंध या नियम लागू किए गए हैं
✅ निष्कर्ष:
तो अगर आपने भी कहीं पढ़ा या सुना है कि समोसा और जलेबी पर बैन लग गया है, तो जान लीजिए – ऐसी खबरें पूरी तरह झूठी हैं। सरकार की ओर से सिर्फ एक स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने वाली सामान्य सलाह जारी की गई थी, न कि किसी व्यंजन को टारगेट करने वाली एडवाइजरी।