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नाग पंचमी पर क्यों नहीं करते लोहे का इस्तेमाल? जानिए इसके पीछे की धार्मिक और ज्योतिषीय वजह

📅 कब है नाग पंचमी 2025?

नाग पंचमी का पर्व इस वर्ष मंगलवार, 29 जुलाई 2025 को मनाया जाएगा। यह तिथि सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को पड़ती है और इस दिन नाग देवता एवं भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है।

🙏 पूजा के साथ जुड़ी हैं कुछ परंपराएं (Use of iron on Nag Panchami)

नाग पंचमी सिर्फ व्रत और पूजन का दिन नहीं है, बल्कि इस दिन कई परंपराएं और मान्यताएं भी निभाई जाती हैं। उन्हीं में से एक है — “लोहे या लोहे से बनी वस्तुओं का उपयोग न करना”(Use of iron on Nag Panchami) । यह परंपरा सिर्फ अंधविश्वास नहीं, बल्कि ज्योतिषीय और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण मानी जाती है।

🔮 क्यों नहीं करते नाग पंचमी पर लोहे का इस्तेमाल?

1️⃣ राहु ग्रह का संबंध लोहे से

ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, लोहे का संबंध राहु ग्रह से है। राहु को सांपों का प्रतीक माना जाता है। नाग पंचमी का पर्व नागों के सम्मान का दिन होता है, ऐसे में लोहे से जुड़ी चीज़ों का इस्तेमाल राहु को क्रोधित कर सकता है

2️⃣ राहु-शनि के संयोग से होता है दुष्प्रभाव

लोहे का संबंध केवल राहु ही नहीं, शनि ग्रह से भी होता है। यदि राहु और शनि एक-दूसरे के प्रभाव में आ जाएं, तो यह कई तरह की समस्याएं, बाधाएं और नकारात्मक ऊर्जा को जन्म दे सकता है। ऐसे में लोग इस दिन इन ग्रहों से जुड़ी चीज़ों को छूने से भी बचते हैं

3️⃣ तवा, चाकू, कैंची जैसी चीजें वर्जित

नाग पंचमी पर खासतौर से ये वस्तुएं उपयोग में नहीं लाई जातीं:

  • तवा (लोहे का बना, रोटी पकाने के लिए)
  • चाकू और कैंची
  • हथौड़ा और लोहे के बर्तन

कहा जाता है कि इन वस्तुओं का उपयोग करने से अशांति और ग्रहदोष बढ़ सकते हैं

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🧘‍♂️ पवित्रता और शांति का पर्व

नाग पंचमी को धार्मिक और पवित्र दिन माना जाता है। यह दिन शांतिपूर्ण जीवन और प्रकृति के सम्मान का प्रतीक है। इसलिए इस दिन ऐसा कोई कार्य नहीं किया जाता जो ऊर्जा संतुलन को प्रभावित करे।

नाग पंचमी पर लोहे का इस्तेमाल न करने की परंपरा केवल एक मान्यता नहीं, बल्कि ग्रहों की शांति और प्रकृति के सम्मान से जुड़ा हुआ एक गहरा संदेश है। यह परंपरा हमें आध्यात्मिक संतुलन, पर्यावरण प्रेम और धार्मिक अनुशासन सिखाती है।

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