राजस्थान
पत्रकार एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ें: पीपीआई सम्मेलन में सन्नी आत्रेय का आह्वान

Journalist Safety: “पत्रकार एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ें” पीपीआई सम्मेलन में सन्नी आत्रेय का आह्वान
जयपुर: पीरियोडिकल प्रेस ऑफ इंडिया (पीपीआई) के नवनियुक्त जिला कार्यकारिणी के पहले सम्मेलन में पत्रकारों की सुरक्षा (Journalist Safety), आर्थिक संकट और सरकारी उपेक्षा पर गंभीर चर्चा हुई। सम्मेलन में पीपीआई प्रदेश अध्यक्ष सन्नी आत्रेय ने पत्रकारों से एकजुट होकर संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया।
मुख्य बिंदु:
1. पत्रकारिता की चुनौतियों पर जोर
- सन्नी आत्रेय ने कहा, “पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ हैं, लेकिन सरकारी सहयोग नहीं मिल रहा।”
- पत्रकार सुरक्षा कानून और आवास योजना जैसी मांगें अभी भी लंबित हैं।
- छोटे अखबारों को विज्ञापन न मिलने से आर्थिक संकट गहराया।
2. पीआरजीआई नियमों से संकट
- रूपेश टिंकर ने बताया कि जयपुर के 1949 अखबारों को पीआरजीआई ने डिफंक्शन करार दिया है।
- परमेश्वर प्रसाद शर्मा ने कहा, “पत्रकारिता मिशन है, लेकिन आजीविका का संकट बड़ी चुनौती।”
3. एकजुटता का संदेश
- लक्ष्मीकांत पारीक ने पिछले पांच साल के संघर्षों को याद किया।
- ओपी गोयल ने कहा, “सरकार से बातचीत के लिए पत्रकारों को एकजुट होना होगा।”
- नरेश गुप्ता ने संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया।
भविष्य की रणनीति:
✔ जिलेवार इकाइयों का पुनर्गठन
✔ सरकार के सामने मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन
✔ पत्रकारों के लिए सामूहिक आवाज उठाना