
Cooperative Movement: सहकारिता से समृद्धि की ओर:- सीएम भजनलाल शर्मा का बड़ा बयान | सहकारिता आंदोलन को नई दिशा
Cooperative Movement: राजधानी जयपुर में बिड़ला सभागार में आयोजित सहकार भारती एवं सहकारिता विभाग के अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किया। इस मौके पर सीएम ने कहा — “परिवर्तन सिर्फ नारों से नहीं, परिश्रम से आता है।”
“जब रिश्तेदार साथ छोड़ते हैं, तब बैंक बनते हैं सहारा”
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने ओजस्वी संबोधन में कहा कि सहकारिता आंदोलन ही वह मार्ग है जो भारत को आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र बनने की दिशा में ले जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस काल में सहकारी संस्थाएं जेबी संस्था बनकर भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी थीं, लेकिन अब यह आंदोलन जनकल्याण की भावना से जुड़ा है।
“सहकारिता की शक्ति से राष्ट्र निर्माण का मार्ग प्रशस्त होता है।” – सीएम भजनलाल शर्मा
धर्मांतरण पर सख्ती, लव जिहाद पर रोक
सीएम ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए कानून बनाया है, जिससे उन ताकतों को करारा जवाब मिला है जो समाज में विघटन फैलाना चाहते हैं।
उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि “धर्मांतरण और लव जिहाद के गिरोहों को कांग्रेस की साठगांठ से बढ़ावा मिला है।”
सहकारिता से समृद्धि: क्या बोले अन्य प्रमुख वक्ता?
सतीश मराठे (RBI निदेशक):
- अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों को चाहिए कि वे विश्वास, सेवा और पारदर्शिता के त्रि-मंत्र के साथ कार्य करें।
- पूंजी, तकनीक और आंतरिक ऑडिट पर ज़ोर देना होगा।
डॉ. उदय जोशी (राष्ट्रीय अध्यक्ष, सहकार भारती):
- अर्बन बैंकों को साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में तत्काल ध्यान देना चाहिए।
- कंप्यूटरीकरण के साथ साइबर जोखिम भी बढ़े हैं।
गौतम दक (सहकारिता मंत्री, राजस्थान):
- राजस्थान में सहकारिता विभाग की गुणवत्ता और रैंकिंग में जबरदस्त सुधार हुआ है।
- अर्बन बैंकों की समस्याओं के समाधान के लिए त्वरित कदम उठाए जा रहे हैं।
सदस्यता अभियान और डिजिटल पहल
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सहकार भारती की सदस्यता ऐप का शुभारंभ कर स्वयं सदस्यता ग्रहण की।
2 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में 15 दिन का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक लोग सहकारिता आंदोलन से जुड़ सकें।
राष्ट्रीय अधिवेशन की मुख्य झलकियां:
- 21 राज्यों से आए 212 अर्बन बैंकों के 523 प्रतिनिधि
- कुल उपस्थिति: 1125 लोग
- प्रमुख अतिथि: आरएसएस प्रचार प्रमुख अरुण जैन, निम्बाराम, मंजू राजपाल, शिव लहरी आदि
सहकारिता आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह स्पष्ट संदेश है कि अब यह आंदोलन राजनीति से ऊपर उठकर जनकल्याण की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों, तकनीकी सुधार और साइबर सुरक्षा पर बल देते हुए यह अधिवेशन आने वाले समय में सहकारिता के नए आयाम तय करने वाला साबित हो सकता है।