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ई-टिकटिंग ने बदल दी रेलवे की तस्वीर! अब 100 में से 89 यात्री लेते हैं ऑनलाइन टिकट

Indian Railway E-Ticketing Growth: ई-टिकटिंग ने बदली रेलवे की तस्वीर

Indian Railway E-Ticketing Growth: डिजिटल इंडिया अभियान का सबसे बड़ा असर भारतीय रेलवे में दिखाई दे रहा है। जहां पहले टिकट के लिए स्टेशन पर लंबी लाइनें लगती थीं, वहीं आज अधिकांश लोग अपने मोबाइल या लैपटॉप से घर बैठे ही टिकट बुक कर रहे हैं।

केवल 11% लोग ही काउंटर से लेते हैं टिकट

आईआरसीटीसी के ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि:

  • हर 100 में से सिर्फ 11 यात्री काउंटर से टिकट लेते हैं
  • 89% लोग डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं

यह बदलाव पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है और रेलवे की तस्वीर पूरी तरह बदल चुका है।

कुछ सेकंड में टिकट — घर बैठे

भारतीय रेलवे ने टिकटिंग व्यवस्था को तकनीकी रूप से बेहद सरल बनाया है:

  • मोबाइल पर कुछ सेकंड में टिकट
  • न लाइन में खड़े होने की जरूरत
  • न कैश की चिंता
  • स्टेशनों पर भीड़ कम

यह डिजिटल बदलाव यात्रियों के लिए बड़ा राहतभरा साबित हुआ है।

हर साल तेजी से बढ़ी ऑनलाइन टिकटिंग

2014 से 2025 तक ऑनलाइन टिकटिंग का प्रतिशत इस तरह बढ़ा:

  • 2014–15: 54%
  • 2015–16: 57%
  • 2016–17: 60%
  • 2018–19: 70%
  • 2020–21: 80%
  • 2023–24: 83%
  • 2024–25: 86%
  • 2025–26: 89%

यानी 10 में से 9 यात्री अब ऑनलाइन टिकट खरीद रहे हैं।

कब बंद रहती है ऑनलाइन टिकट बुकिंग?

IRCTC पर टिकट बुकिंग रोज रात 11:30 बजे से 12:30 बजे तक बंद रहती है।
यह सर्वर मेंटेनेंस का समय होता है।
इसके अलावा 24 घंटे कभी भी टिकट बुक की जा सकती है।

रेलवे ने किए कई बड़े टेक्नोलॉजिकल सुधार

रेलवे ने ई-टिकटिंग सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए ये बदलाव किए:

  • तेज और स्थिर वेबसाइट
  • अधिक सुरक्षित और आसान मोबाइल ऐप
  • हाई-कैपेसिटी सर्वर
  • मल्टीपल डिजिटल पेमेंट विकल्प
    (UPI, नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, वॉलेट)

इन सुविधाओं से शहर ही नहीं, गांवों तक में ई-टिकटिंग आसान हो गई है।

डिजिटल इंडिया का सबसे मजबूत उदाहरण

ई-टिकटिंग ने:

✔ रेलवे को आधुनिक बनाया
✔ यात्रियों का समय बचाया
✔ काउंटर की भीड़ खत्म की
✔ डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दिया

आज भारतीय रेलवे सिर्फ यात्रा का साधन नहीं, बल्कि भारत की डिजिटल प्रगति का प्रतीक बन चुका है।

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