ओएमआर शीट में ‘चीट-नो पेपर लीक’? बेनीवाल का बड़ा आरोप – भजनलाल सरकार ने बनाया नया फॉर्मूला!

जयपुर। राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं की पारदर्शिता को लेकर एक बार फिर तूफान खड़ा हो गया है। आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने जेटीए-2025 परीक्षा में ओएमआर शीट के साथ छेड़छाड़ का बड़ा आरोप लगाते हुए भजनलाल शर्मा सरकार को घेर लिया है। शहीद स्मारक पर धरने के दौरान बेनीवाल ने दावा किया कि सरकार ने “चीट-नो पेपर” (Cheat-No Paper) का नया फॉर्मूला अपनाया है, जिससे परीक्षा में धांधली की गुंजाइश बनी हुई है।
Cheat-No Paper: बेनीवाल के प्रमुख आरोप:
1. ओएमआर पर नहीं थे हस्ताक्षर
- बेनीवाल ने जेटीए-2024 की ओएमआर कार्बन कॉपी दिखाकर कहा कि इसमें न तो परीक्षार्थी के हस्ताक्षर हैं और न ही वीक्षक के।
- उन्होंने आरोप लगाया कि इससे सरकार को बाद में ओएमआर शीट भरकर मनचाहे उम्मीदवारों को पास करने की छूट मिल जाती है।
2. RSSB निर्देशों की अवहेलना
- बेनीवाल ने बताया कि कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) के नियमों के अनुसार, यदि कोई छात्र प्रश्न का उत्तर नहीं देना चाहता तो ‘E’ विकल्प भरना होता है, लेकिन इस परीक्षा में इस नियम की अनदेखी की गई।
3. आरएएस-2018 में भी थे अनियमितता के सबूत
- बेनीवाल ने आरएएस-2018 की उत्तरपुस्तिकाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि:
- कुछ छात्रों को सही उत्तर पर पूरे अंक मिले।
- कुछ को गलत उत्तर पर भी अंक दे दिए गए।
- एक छात्र को सही जवाब के बावजूद शून्य अंक मिले।
बेनीवाल की मांगें:
✔ RSSB चेयरमैन आलोक राज को तुरंत बर्खास्त किया जाए।
✔ जेटीए-2025 परीक्षा को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
✔ आरएएस-2018 की सभी उत्तरपुस्तिकाएं सार्वजनिक की जाएं।
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सरकार का जवाब अभी बाकी
अभी तक राजस्थान सरकार या RSSB की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, बेनीवाल के इन आरोपों ने प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।