
DUSU Election 2025: डीयू में EVM विवाद के बीच हुआ 39.45% मतदान, 21 उम्मीदवारों की किस्मत आज खुलेगी
नई दिल्ली– DUSU Election 2025: दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव (DUSU Election 2025) के लिए 18 सितंबर गुरुवार को वोटिंग प्रक्रिया पूरी हो गई। 39.45% छात्रों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 4% अधिक है। मतदान EVM विवाद, सुरक्षा व्यवस्था और छात्र संगठनों के आरोप-प्रत्यारोप के बीच संपन्न हुआ।
EVM पर छिड़ा संग्राम, NSUI-ABVP आमने-सामने
DUSU चुनाव के दिन ही NSUI ने EVM में नीली स्याही लगाने और छेड़छाड़ का आरोप लगाया। NSUI ने इसे वोट चोरी करार देते हुए ABVP उम्मीदवार का नामांकन रद्द करने की मांग की।
ABVP ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह NSUI की संभावित हार की बौखलाहट है।
हंगामा हुआ इन कॉलेजों में:
- किरोड़ीमल कॉलेज
- हिंदू कॉलेज
- हंसराज कॉलेज
कुछ जगहों पर EVM खराबी के कारण मतदान कुछ समय के लिए प्रभावित हुआ।
चाक-चौबंद सुरक्षा और स्मार्ट कार्ड से वोटिंग
चुनाव के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे:
- पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती
- ड्रोन से निगरानी
- स्मार्ट कार्ड से वोटिंग
PGDAV (सांध्य) कॉलेज में प्राचार्य प्रो. रविंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि स्मार्ट कार्ड से मतदान कर फेक वोटिंग और बाहरी छात्रों के प्रवेश को पूरी तरह रोका गया।
इस बार कितने प्रतिशत हुआ मतदान?
वर्ष | मतदान प्रतिशत |
---|---|
2025 | 39.45% |
2024 | 35.2% |
2023 | 42% |
2019 | 39.9% |
2018 | 44.5% |
2017 | 42.8% |
2016 | 35.3% |
2015 | 43.3% |
इस बार लगभग 52,635 छात्रों ने वोट डाले। कुल 1.55 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता थे।
कितने उम्मीदवार मैदान में हैं?
DUSU केंद्रीय पैनल के लिए इस बार 21 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें:
- 8 अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार हैं।
मतगणना कब और कहां?
- दिन: 19 सितंबर (शुक्रवार)
- समय: सुबह 9 बजे से
- स्थान: यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, दिल्ली यूनिवर्सिटी
- EVM स्ट्रांग रूम: मल्टीपर्पज हॉल
- निगरानी: CCTV कैमरों से निगरानी की जा रही है।
कॉलेज नतीजे आ चुके, अब बारी केंद्रीय पैनल की
कॉलेज काउंसिलरों के नतीजे गुरुवार देर शाम से जारी हो चुके हैं। अब सबकी निगाहें केंद्रीय पैनल के परिणामों पर टिकी हैं, जो शुक्रवार को घोषित किए जाएंगे।
क्या कहते हैं संकेत?**
DUSU चुनाव 2025 ने एक बार फिर दिखाया कि छात्र राजनीति में दिलचस्पी कम नहीं हुई है। मतदान प्रतिशत में वृद्धि, EVM विवाद, स्मार्ट कार्ड से वोटिंग और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम— सभी ने इस बार के चुनाव को खास बना दिया है। अब देखना यह है कि ABVP, NSUI, या कोई अन्य संगठन छात्रों का विश्वास जीतता है।