
Water level of Yamuna river in Delhi: दिल्ली में बाढ़ का खतरा- यमुना का जलस्तर फिर बढ़ा
Water level of Yamuna river in Delhi: दिल्ली में यमुना नदी एक बार फिर खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। 3 सितंबर रात 8 बजे तक जलस्तर 207.40 मीटर तक पहुंचने का अनुमान जताया गया है। मंगलवार को 206.74 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।
भारी बारिश और बैराजों से छोड़ा गया पानी बनी बड़ी वजह
उत्तर भारत में पिछले 24 घंटों में हुई भारी बारिश और हथिनी कुंड, वजीराबाद और ओखला बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इससे राजधानी के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
इन इलाकों में बाढ़ का असर, लोगों को किया जा रहा है शिफ्ट
- मयूर विहार फेज-1
- यमुना बाजार
- झरोड़ा कलां (नजफगढ़)
इन इलाकों में यमुना का पानी घरों में घुस चुका है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई घरों में घुटनों तक पानी भर गया है।
नाव से रेस्क्यू, ड्रोन से निगरानी
प्रशासन द्वारा नावों के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है और ड्रोन से लगातार निगरानी की जा रही है। प्रभावितों को स्कूलों और सरकारी राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है।
राहत शिविरों में ये सुविधाएं दी जा रही हैं:
- भोजन और पीने का पानी
- प्राथमिक चिकित्सा
- शरण स्थल और टेंट
- 24×7 निगरानी और सहायता
प्रशासन सतर्क, मंत्री ने किया ITO बैराज का दौरा
PWD मंत्री प्रवेश वर्मा ने ITO बैराज का निरीक्षण किया और भरोसा दिलाया कि 2023 जैसे हालात नहीं बनने दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को पहले ही सतर्क किया गया था, फिर भी कई लोग नहीं हटे, जिन्हें अब नाव से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
हेल्पलाइन नंबर और जरूरी अलर्ट
दिल्ली सरकार ने 24 घंटे के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष चालू किया है। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि लोग किसी भी आपात स्थिति में मदद ले सकें।
बाढ़ हेल्पलाइन नंबर: 1077 | 011-23438252
अगले 48 घंटे बेहद अहम, प्रशासन अलर्ट पर
मौसम विभाग ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। अगर ऊपरी राज्यों से पानी का बहाव और बारिश यूं ही जारी रही, तो हालात और बिगड़ सकते हैं। लोगों से अफवाहों से बचने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान के पास है। प्रशासन पूरी सतर्कता से रेस्क्यू और राहत कार्य में जुटा है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।