राजस्थान विश्वविद्यालय की छात्राओं ने रचा इतिहास, फ्रांस में मिला शिक्षण का अवसर

जयपुर, 24 मई 2025:
राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University) के यूरोपीय भाषाएँ, साहित्य एवं संस्कृति अध्ययन विभाग की दो मेधावी छात्राओं नम्रता करमचंदानी और आशी जैन को फ्रांस सरकार के English Assistantship Program में चयनित किया गया है। यह कार्यक्रम फ्रांसीसी शिक्षा मंत्रालय और भारत स्थित फ्रांसीसी दूतावास द्वारा संचालित किया जाता है।
क्या है English Assistantship Program?
- चयनित छात्रों को फ्रांस के स्कूलों और कॉलेजों में अंग्रेजी पढ़ाने का मौका मिलता है।
- यह 7 महीने का पेड प्रोग्राम है, जिसमें छात्रों को मासिक स्टाइपेंड भी मिलेगा।
- फ्रेंच भाषा और संस्कृति को समझने का अनूठा अवसर।
विश्वविद्यालय (Rajasthan University और विभाग का गौरव
- राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अल्पना काटेजा ने इस उपलब्धि को विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की सफलता बताया।
- विभागाध्यक्ष डॉ. निधि रायसिंघानी ने छात्राओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह भाषा शिक्षण में भारत की बढ़ती पहचान को दर्शाता है।
छात्राओं के लिए क्यों है यह मौका खास?
✔ ग्लोबल एक्सपोजर: फ्रांस में शिक्षण अनुभव से अंतरराष्ट्रीय करियर के दरवाजे खुलेंगे।
✔ करियर ग्रोथ: भविष्य में यूनेस्को, यूरोपीय संघ या अंतरराष्ट्रीय संगठनों में अवसर।
✔ भाषा कौशल: फ्रेंच भाषा में महारत हासिल करने का सुनहरा मौका।
ऐसे अवसर कैसे प्राप्त करें?
- यूरोपीय भाषाएँ विभाग में एडमिशन लेकर फ्रेंच, जर्मन या स्पेनिश भाषा सीखें।
- विश्वविद्यालय की इंटरनेशनल सेल से जुड़कर विदेशी छात्रवृत्तियों के बारे में जानें।
- भाषा प्रतियोगिताओं और सेमिनारों में सक्रिय भागीदारी दिखाएं।
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निष्कर्ष: भारत की प्रतिभा, वैश्विक मंच पर
राजस्थान विश्वविद्यालय की इन दो छात्राओं की सफलता न केवल उनके लिए, बल्कि भारतीय शिक्षा प्रणाली के लिए भी गर्व का विषय है। यह साबित करता है कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से वैश्विक अवसरों तक पहुँचना संभव है।
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