UPSC Pratibha Setu Scheme: यूपीएससी की ‘प्रतिभा सेतु’ योजना, असफल अभ्यर्थियों के लिए नए अवसरों की उम्मीद
भारत में सबसे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक, संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षाओं में अंतिम चरण तक पहुंचने वाले अभ्यर्थियों का प्रयास भी अगर अंतिम मेरिट लिस्ट में जगह नहीं बना पाता है, तो निराश होना स्वाभाविक है। लेकिन अब यूपीएससी ने एक नई योजना, 'प्रतिभा सेतु', शुरू कर यह सुनिश्चित किया है कि ऐसे अभ्यर्थियों को रोजगार के नए अवसर मिल सकें। यह योजना न केवल सरकारी बल्कि निजी क्षेत्रों में भी प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों को मौका देने का प्रयास है, जिनका चयन अंतिम सूची में नहीं हो पाया है।
UPSC Pratibha Setu Scheme: भारत में सबसे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक, संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षाओं में अंतिम चरण तक पहुंचने वाले अभ्यर्थियों का प्रयास भी अगर अंतिम मेरिट लिस्ट में जगह नहीं बना पाता है, तो निराश होना स्वाभाविक है। लेकिन अब यूपीएससी ने एक नई योजना, ‘प्रतिभा सेतु’, (UPSC Pratibha Setu Scheme) शुरू कर यह सुनिश्चित किया है कि ऐसे अभ्यर्थियों को रोजगार के नए अवसर मिल सकें। यह योजना न केवल सरकारी बल्कि निजी क्षेत्रों में भी प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों को मौका देने का प्रयास है, जिनका चयन अंतिम सूची में नहीं हो पाया है।
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‘प्रतिभा सेतु’ योजना का उद्देश्य और परिचय
यह योजना पहले पब्लिक डिसक्लोजर स्कीम (पीडीएस) के नाम से जानी जाती थी, जिसे 20 अगस्त, 2018 से लागू किया गया था। अब इसे ‘प्रतिभा सेतु’ नाम दिया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य उन अभ्यर्थियों को अवसर प्रदान करना है, जिन्होंने यूपीएससी की विभिन्न परीक्षाओं के सभी चरणों को सफलता पूर्वक पार किया, लेकिन अंतिम मेरिट लिस्ट में स्थान नहीं बना सके। इनमें सिविल सेवा, भारतीय वन सेवा, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, इंजीनियरिंग, संयुक्त भू-वैज्ञानिक, रक्षा सेवा, भारतीय आर्थिक सेवा, सांख्यिकी सेवा और संयुक्त चिकित्सा सेवा जैसी परीक्षाएं शामिल हैं।
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योजना के लाभ और सुविधाएं
इस योजना के तहत, यूपीएससी उन अभ्यर्थियों (UPSC Pratibha Setu Scheme) का विवरण सार्वजनिक रूप से साझा करता है, जिन्होंने परीक्षाओं के सभी चरण पूरे कर लिए हैं, लेकिन अंतिम चयन प्रक्रिया में स्थान नहीं बना पाए। इन अभ्यर्थियों का शैक्षणिक योग्यता, संपर्क विवरण और बायोडाटा भी पोर्टल पर उपलब्ध कराया जाएगा। इससे नियोक्ताओं को इन प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों के बारे में जानकारी मिल सकेगी और वे अपनी आवश्यकतानुसार इन उम्मीदवारों का चयन कर सकते हैं।
सरकारी और निजी क्षेत्र के लिए अवसर
यूपीएससी ने कहा है कि यह योजना न केवल केंद्र सरकार की विभिन्न सेवाओं के लिए बल्कि निजी कंपनियों के लिए भी खुली है। निजी कंपनियां इस पोर्टल का उपयोग कर स्वेच्छा से अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन कर सकती हैं। इससे, वे उन प्रतिभाओं को मौका दे सकते हैं, जिन्होंने परीक्षा में सफलता तो पाई, लेकिन अंतिम सूची में स्थान नहीं बना सके। इस तरह, यह योजना युवाओं के लिए ‘दूसरा प्रवेश द्वार’ साबित हो सकती है।
भविष्य में प्रभाव
यह योजना लाखों परीक्षार्थियों के लिए नई उम्मीद जगा रही है, जिनका आत्मविश्वास टूटा हुआ था। यूपीएससी का यह कदम न केवल अभ्यर्थियों को प्रोत्साहन देता है, बल्कि योग्य प्रतिभाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करता है। इससे देश में प्रतिभा का संचार और बेहतर उपयोग सुनिश्चित होगा, जो विकास के नए आयाम खोलने में मदद करेगा।
‘प्रतिभा सेतु’ योजना (UPSC Pratibha Setu Scheme) एक महत्वपूर्ण कदम है, जो असफल अभ्यर्थियों को निराश होने से रोकता है और उन्हें अपने कौशल का उपयोग करने का अवसर प्रदान करता है। इससे युवाओं को अपने करियर को नई दिशा देने का अवसर मिलेगा और देश की प्रतिभाओं का सही उपयोग सुनिश्चित होगा।




