बिहार

RJD का 30 साल का किला ढहने की कगार पर! पहली बार राज्यसभा में हो सकती है शून्य सीट—बड़ी राजनीतिक हलचल

RJD Rajya Sabha Zero Seat: RJD का 30 साल पुराना रिकॉर्ड टूटने की कगार पर

राज्यसभा में पहली बार शून्य सीट की संभावना

RJD Rajya Sabha Zero Seat: बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव सामने आ रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD), जिसने तीन दशकों तक राज्यसभा में अपनी मजबूत मौजूदगी बनाए रखी, अब पहली बार शून्य प्रतिनिधित्व की स्थिति में पहुंच सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार 2030 तक RJD के पास राज्यसभा में एक भी सदस्य नहीं बचेगा। यह पार्टी के लिए ऐतिहासिक झटका माना जा रहा है।

NDA का बहुमत बदलेगा समीकरण

नई बिहार विधानसभा में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिल चुका है। JDU और BJP के मजबूत गठजोड़ के कारण राज्यसभा चुनावों में सीटों का गणित पूरी तरह एनडीए के पक्ष में जाता दिख रहा है।
इस वजह से 2026 और 2028 में होने वाले राज्यसभा चुनावों में RJD का जीतना लगभग असंभव माना जा रहा है।

2026 राज्यसभा चुनाव: RJD की सबसे बड़ी चुनौती

2026 में पाँच सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होगा, जिनमें—

  • JDU के 2 सदस्य
  • राष्ट्रीय लोक मोर्चा के 1 सदस्य
  • RJD के 2 सदस्य

विशेषज्ञों का मानना है कि NDA की संख्या इतनी मजबूत है कि ये सभी सीटें उसके खाते में जा सकती हैं। इसका मतलब RJD की दो सीटें साफ़ हो जाएंगी।

2028 राज्यसभा चुनाव: हालात और कठिन

2028 में भी पाँच सदस्यों का कार्यकाल खत्म होगा—

  • BJP के 3 सदस्य
  • JDU के 1
  • RJD का 1 सदस्य

2028 के समीकरण भी NDA के पक्ष में हैं, जिससे RJD की आखिरी राज्यसभा सीट भी हाथ से निकल सकती है।

AIMIM क्या खेल बदल सकती है?

नई विधानसभा में AIMIM के पास 5 विधायक हैं।
सैद्धांतिक रूप से वे 2030 में RJD को एक सीट दिलवा सकते हैं, पर विशेषज्ञ मानते हैं—

  • छोटे दल अपने राजनीतिक लाभ के आधार पर फैसले लेते हैं
  • AIMIM का RJD को बिना किसी शर्त समर्थन देना कम संभावित है

इसलिए AIMIM के सहारे राज्यसभा में वापसी का रास्ता बेहद कमजोर दिखता है।

RJD के लिए यह संकेत क्या कहते हैं?

अगर RJD वाकई 2030 तक राज्यसभा में शून्य पर आ जाती है, तो यह पार्टी के लिए सबसे बड़ा राजनीतिक झटका होगा।
लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में दशकों तक प्रभावी रहने वाली पार्टी के लिए:

  • विधानसभा में गिरता वोट बैंक
  • एनडीए का बढ़ता दबदबा
  • राजनैतिक रणनीतियों में कमी

इन सबने ऊपरी सदन में उसके भविष्य को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

NDA मजबूत, RJD को करना होगा पुनर्मूल्यांकन

बिहार का बदलता राजनीतिक माहौल स्पष्ट संकेत दे रहा है कि आने वाले राज्यसभा चुनाव राज्य की शक्ति-संतुलन को और मजबूत रूप से एनडीए के पक्ष में खड़ा करेंगे।

RJD को अब अपनी संगठनात्मक रणनीतियों और राजनीतिक समीकरणों पर नया पुनर्विचार करना होगा।

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