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ऑपरेशन सिंदूर: भारत की वह सैन्य कार्रवाई जिसने पाकिस्तान को झुकने पर मजबूर कर दिया

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को एक सख्त संदेश देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) लॉन्च किया। यह कोई आवेग में लिया गया फैसला नहीं था, बल्कि एक सुनियोजित सैन्य अभियान था, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस और कई आतंकी ठिकानों को तबाह I (India-Pakistan military action) कर दिया। इस ऑपरेशन की सफलता के पीछे थी उच्चस्तरीय खुफिया तैयारी, सटीक हथियारों का चयन और अंतर्राष्ट्रीय दबाव को मैनेज करने की रणनीति।
Operation Sindoor की प्लानिंग: कैसे बनाई गई थी अजेय रणनीति?
- खुफिया जानकारी: भारत ने पाकिस्तान के आतंकी कैंप्स और सैन्य ठिकानों की लोकेशन पहले ही चिन्हित कर ली थी।
- हथियारों का चयन:
- ड्रोन अटैक: कम ऊंचाई पर उड़ने वाले ड्रोन्स का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के वायु रक्षा तंत्र को चकमा दिया गया।
- क्रूज मिसाइल्स: बैकअप के तौर पर तैयार रखी गईं, ताकि बड़े लक्ष्यों को निशाना बनाया जा सके।
- सैटेलाइट मॉनिटरिंग: इसरो के सैटेलाइट्स ने पाकिस्तान की हर गतिविधि पर नजर रखी।
- अंतर्राष्ट्रीय दबाव प्रबंधन: भारत ने पहले ही अमेरिका, रूस और यूरोपीय देशों को अपनी स्थिति से अवगत करा दिया था।
Operation Sindoor के दो चरण: पार्ट-1 और पार्ट-2
- पार्ट-1 (6-7 मई): पाकिस्तान के 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों पर हमला, जहां 21 लक्ष्यों को नष्ट किया गया।
- पार्ट-2 (9-10 मई): पाकिस्तान के एयरबेस और सैन्य छावनियों पर हमला, जिसमें उनके डिफेंस सिस्टम, फाइटर जेट्स और ड्रोन्स तबाह हो गए।
पाकिस्तान की हार के 3 बड़े कारण
- डिफेंस सिस्टम फेल: भारत के ड्रोन्स को रोकने में नाकाम रहा।
- एयरबोर्न वार्निंग सिस्टम ध्वस्त: पाकिस्तान का रडार नेटवर्क काम नहीं कर पाया।
- अंतर्राष्ट्रीय अलगाव: किसी भी देश ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन नहीं किया।
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नतीजा: पाकिस्तान को मांगनी पड़ी सीजफायर
भारत की सटीक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के पास सीजफायर मांगने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। इस Operation Sindoor ने साबित कर दिया कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा।