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ICCR, रूट्स 2 रूट्स और UPRTOU ने मिलाया हाथ, किया ऐतिहासिक त्रिपक्षीय समझौता

Latest News in Hindi: आईसीसीआर (ICCR) मुख्यालय, आज़ाद भवन, नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते पर आईसीसीआर की कार्यक्रम निदेशक, अर्चना शर्मा; रूट्स 2 रूट्स के संस्थापक, राकेश गुप्ता; और यूपीआरटीओयू के रजिस्ट्रार, कर्नल विनय कुमार द्वारा हस्ताक्षर (Latest News in Hindi) किए गए। इस समारोह में यूपीआरटीओयू के कुलपति प्रो. सत्यकाम, आईसीसीआर और रूट्स 2 रूट्स के अन्य अधिकारी उपस्थिति रहे।

वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति का प्रसार (Latest News in Hindi)

इस सहयोग का मुख्य उद्देश्य भारतीय प्रदर्शन कलाओं का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार करना है। इस पहल के अंतर्गत भारत के अंतरराष्ट्रीय छात्रों और प्रवासी भारतीयों के लिए लाइव, इंटरएक्टिव ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जाएंगी।

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ICCR, रूट्स 2 रूट्स और UPRTOU ने मिलाया हाथ, किया ऐतिहासिक त्रिपक्षीय समझौता

प्रमुख कला विधाएं

इन ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल की गई प्रमुख भारतीय पारंपरिक और लोक कलाएं हैं:

• कथक
• भरतनाट्यम
• ओडिसी
• तबला
• हारमोनियम
• हिंदुस्तानी वोकल संगीत
• कठपुतली निर्माण
• रंगोली
• मधुबनी कला
• मेंहदी
• बॉलीवुड (लोकप्रिय) नृत्य
• पिछले अनुभव से मिली प्रेरणा

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2023 और 2024 में रूट्स 2 रूट्स ने ICCR के सहयोग से कई कला विधाओं की प्रायोगिक कक्षाएं आयोजित की थीं, जिन्हें विश्वभर से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। उसी सफलता के आधार पर अब यह कार्यक्रम एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स के रूप में विस्तार पा रहा है।

तकनीकी और शैक्षिक विशेषताएं (Latest News in Hindi)

• कक्षाएं अंग्रेज़ी में संचालित होंगी और उन्हें 125 भाषाओं में उपशीर्षक के साथ प्रस्तुत किया जाएगा।
• प्रत्येक कला विधा के भारतीय विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा पढ़ाई जाएगी।
• रूट्स 2 रूट्स द्वारा तैयार विशेष ऑनलाइन सॉफ़्टवेयर के माध्यम से कक्षाएं होंगी जिसमें मल्टी-कैमरा शूट और रियल-टाइम इंटरएक्शन की सुविधा होगी।
• ICCR, अपने विदेशी मिशनों और सांस्कृतिक केंद्रों के माध्यम से इस कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार करेगा।

ICCR की अर्चना शर्मा ने कहा, “यह पहल भारत की सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है और इसे वैश्विक समुदाय के साथ साझा करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”

UPRTOU के कुलपति प्रो. सत्यकाम ने इस सहयोग को भारत की समृद्ध परंपराओं को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।

रूट्स 2 रूट्स के संस्थापक राकेश गुप्ता ने सभी साझेदार संस्थाओं को उनके समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

यह अनूठी पहल न केवल भारत की सांस्कृतिक विविधता को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगी, बल्कि युवा प्रतिभाओं को भारतीय कलाओं से जोड़ने का अवसर भी देगी।

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