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20 सेकेंड में सब तबाह! उत्तरकाशी में बादल फटा, गांव-मकान-होटल सब बह गए

⏱️ 20 सेकेंड में सब कुछ खत्म (Uttarkashi cloudburst incident): प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया मंजर

मंगलवार दोपहर करीब 1:50 बजे धराली गांव के ऊपर अचानक बादल फटा(Uttarkashi cloudburst incident)। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, महज 20 सेकेंड के भीतर खीरगंगा नदी का उफनता पानी और मलबा मुख्य बाजार की ओर मुड़ गया। लोग जान बचाने को भाग रहे थे, लेकिन तब तक सैलाब ने गांव को निगल लिया।

🏚️ तबाही का दायरा: होटल, बाजार और कल्प मंदिर भी बहा

  • लगभग 20-25 होटल, दुकानें और होम स्टे पूरी तरह बह गए।
  • प्रसिद्ध कल्प मंदिर भी मलबे में समा गया।
  • धराली का मुख्य बाजार पूरी तरह तबाह हो गया।
  • सेना, SDRF, NDRF और पुलिस राहत कार्य में जुटी हैं।

💀 4 की मौत, 70 से अधिक लापता

उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि अब तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं, और करीब 70 लोग लापता हैं। राहत कार्य तेज़ी से चल रहा है, लेकिन भूस्खलन और बंद रास्तों के कारण टीमें मौके पर देरी से पहुंच पा रही हैं।

📹 वीडियो में कैद हुआ रूह कंपा देने वाला मंजर

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे खीरगंगा नदी का सैलाब, कीचड़, बड़े-बड़े पत्थरों और पेड़ों के साथ धराली गांव को निगल जाता है। लोगों की चीख-पुकार और टूटती इमारतें इस त्रासदी की गंभीरता बयां कर रही हैं।

🚨 सीएम धामी ने दिए निर्देश, पीएम और गृह मंत्री से हुई बात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि

“लोगों को प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। केंद्र सरकार से हरसंभव मदद मांगी गई है।”

  • PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर स्थिति की जानकारी ली और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

🚁 राहत कार्यों के लिए मांगे हेलिकॉप्टर

राज्य सरकार ने केंद्र से 2 एमआई और 1 चिनूक हेलिकॉप्टर की मांग की है। बारिश के चलते हवाई राहत कार्यों में बाधा आ रही है, लेकिन जैसे ही मौसम साफ होगा, हेलिकॉप्टर राहत पहुंचाना शुरू करेंगे।

📞 हेल्पलाइन नंबर जारी

प्रभावितों की सहायता के लिए प्रशासन ने निम्न नंबर जारी किए हैं:

  • जिला प्रशासन: 01374-222126, 9456556431
  • टोल फ्री: 1077, 112
  • राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र: 0135-2710334, 1070

🧱 व्यावसायिक इमारतों को सबसे ज्यादा नुकसान

स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर नदी का बहाव सीधा गांव की ओर होता तो बस्ती भी उजड़ जाती। लेकिन पानी मुख्य रूप से बाजार की ओर गया, जिससे व्यावसायिक संपत्तियों को ज्यादा नुकसान हुआ।

🕊️ राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया दुख

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, पीएम नरेंद्र मोदी, और गृहमंत्री अमित शाह ने हादसे पर दुख जताया और राहत कार्यों में तेजी की कामना की।

त्रासदी में एकजुटता ही सहारा

उत्तरकाशी की यह त्रासदी बताती है कि कुदरत के सामने इंसान कितना लाचार हो सकता है। मगर संकट की इस घड़ी में राहत और बचाव दल, स्थानीय प्रशासन और आम लोग मिलकर राहत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।

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