🗳️ 5 राज्यों का चुनावी सर्वे (Election survey of 5 states): केरल से बंगाल तक किसकी बनेगी सरकार?
नेशनल डेस्क: भारत के पांच बड़े राज्यों (Election survey of 5 states) —केरल, तमिलनाडु, असम, बिहार और पश्चिम बंगाल—में विधानसभा चुनावों से पहले आए ताज़ा सर्वेक्षणों ने सियासी हलचल तेज कर दी है। वोट वाइब और इंक इनसाइट्स जैसे संस्थानों के जनमत सर्वे में कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं जो इशारा कर रहे हैं कि इन राज्यों में सत्ता का समीकरण बदल सकता है।
✅ केरल: कांग्रेस गठबंधन को सबसे अधिक समर्थन
केरल में इस बार यूडीएफ (कांग्रेस गठबंधन) को सर्वे में 38.9% वोट मिलने का अनुमान है, जिससे राज्य में उसकी वापसी की उम्मीद बढ़ गई है।
- एलडीएफ (वाम मोर्चा) को 27.8%
- एनडीए (भाजपा गठबंधन) को 23.1%
- अन्य दलों को 4.2% वोट मिलने की संभावना जताई गई है।
➡️ इससे संकेत मिलता है कि केरल की राजनीति में भाजपा की पकड़ भी धीरे-धीरे मजबूत हो रही है।
⚖️ तमिलनाडु: डीएमके आगे, लेकिन नाराज़गी भी साफ
तमिलनाडु में डीएमके को 37% और एआईएडीएमके को 33% समर्थन मिला है।
- कमल हासन की पार्टी टीवीके को 12% समर्थन
- एमके स्टालिन सरकार के खिलाफ 41% लोग नाराज़
- 31% लोग सरकार के समर्थन में
➡️ यह स्थिति डीएमके के लिए चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन बढ़त उसके पक्ष में बनी हुई है।
असम में भाजपा को 50% और कांग्रेस को 39% वोट मिलने का अनुमान है।
- मुख्यमंत्री पद के लिए हेमंत बिस्वा शर्मा को 46% समर्थन
- गौरव गोगोई (कांग्रेस) को 45% समर्थन
➡️ हालांकि बीजेपी की स्थिति मजबूत दिख रही है, लेकिन नेतृत्व को लेकर मुकाबला बेहद कांटे का है।
🧭 नोट: बिहार और पश्चिम बंगाल के रुझान भी जल्द सामने आ सकते हैं। दोनों राज्यों में समीकरण बेहद पेचीदा बताए जा रहे हैं, जिससे आने वाले समय में और सियासी उलटफेर संभव है।
इन पांच राज्यों के ताज़ा चुनावी सर्वे यह दिखा रहे हैं कि जनता का मूड बदल रहा है। जहां कुछ राज्यों में सत्तारूढ़ दल को झटका लग सकता है, वहीं कुछ जगहों पर सरकारें वापसी करती नजर आ रही हैं। अब देखना यह है कि जनमत आखिर मतदान में कैसे तब्दील होता है।




