जम्मू‑कश्मीरराज्य

किश्तवाड़ में बादल फटने से तबाही! मचैल यात्रा मार्ग पर 12 की मौत की आशंका, बचाव अभियान जारी

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में मचैल माता यात्रा मार्ग पर भयंकर बादल फटने (Cloudburst in Kishtwar) की खबर से हड़कंप मच गया है। चशोती गांव में अचानक आई बाढ़ से 12 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि 7 शव बरामद किए जा चुके हैं।

प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। दो पुल — लकड़ी का पुल और पीएमजीएसवाई पुल — पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई मकान मलबे में दब गए हैं, और संपर्क मार्ग कट चुके हैं।

🚨 राहत और बचाव अभियान जारी (Cloudburst in Kishtwar)

घटना के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुट गई हैं। किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में इमरजेंसी रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया गया है।

🎙️ प्रतिक्रियाएं और संवेदनाएं

केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किश्तवाड़ के डीसी से बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा,

“यह बड़ी जनहानि की चेतावनी है। तुरंत राहत और मेडिकल सपोर्ट की व्यवस्था की जा रही है।”

उपराज्यपाल कार्यालय ने भी ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है और प्रभावितों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।

🧭 स्थिति पर नजर और सुरक्षा अलर्ट

प्रशासन ने तीर्थ यात्रियों और स्थानीय लोगों से सावधानी बरतने और असुरक्षित क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है। मौसम विभाग से भी अलर्ट जारी किया गया है कि अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना है।

किश्तवाड़ में बादल फटना न सिर्फ एक प्राकृतिक आपदा है, बल्कि यह मचैल माता यात्रा जैसी धार्मिक यात्राओं के दौरान आने वाली कठिनाइयों को भी उजागर करता है। शासन-प्रशासन को भविष्य में इससे निपटने के लिए और मजबूत रणनीति बनानी होगी।

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